
केतु द्वारा शासित और ‘जड़’ (Root) द्वारा प्रतीकित, मूल नक्षत्र गहराई, शोध और सत्य की खोज का प्रतीक है। इसकी देवी ‘निरृति’ हैं, जो विनाश और पुनर्जन्म का प्रतिनिधित्व करती हैं। वर्ष 2026 आपके लिए जीवन की जड़ों तक पहुँचने, पुरानी आदतों को छोड़ने और एक नई शुरुआत करने का वर्ष है। यह साल आपके लिए आध्यात्मिक परिवर्तन और गहराई से भरा होगा।
मूला नक्षत्र 2026: करियर और बिजनेस
पेशेवर मोर्चे पर, 2026 आपके लिए गहन शोध और विशेषज्ञता हासिल करने का वर्ष है। आप सतही चीजों के बजाय काम की गहराई में उतरना पसंद करेंगे। अप्रैल से जून के बीच करियर में कोई बड़ा और अचानक बदलाव आ सकता है, जो शुरुआत में चुनौतीपूर्ण लग सकता है लेकिन अंततः आपके लिए बहुत लाभकारी होगा। विशेष रूप से शोधकर्ताओं, मनोवैज्ञानिकों, दार्शनिकों और तकनीकी विशेषज्ञों के लिए यह वर्ष बहुत सफल रहेगा।
माई पंडित का सुझाव: किसी भी बदलाव से डरें नहीं। विनाश ही नए सृजन का आधार है। पुरानी और अनुपयोगी तकनीकों को छोड़कर आधुनिकता को अपनाएं।
मूला नक्षत्र 2026: प्रेम और संबंध
प्रेम संबंधों में मूल नक्षत्र के जातक इस वर्ष बहुत ही गंभीर और वैचारिक रहेंगे। आप ऐसे साथी की तलाश करेंगे जो आपके मानसिक और आध्यात्मिक स्तर को समझ सके। जून से अगस्त के बीच रिश्तों में कुछ भावनात्मक उथल-पुथल हो सकती है, जिसे धैर्य और मौन रहकर सुलझाया जा सकता है। साल के अंत तक परिवार और साथी के साथ आपके संबंध और अधिक गहरे और पारदर्शी हो जाएंगे।
मूला नक्षत्र 2026: वित्त
आर्थिक रूप से यह वर्ष मिश्रित परिणाम देगा। साल की शुरुआत में कुछ अप्रत्याशित खर्चे बजट बिगाड़ सकते हैं। हालांकि, जुलाई के बाद आय के नए और स्थिर स्रोत विकसित होंगे। संपत्ति से जुड़े विवाद सुलझने की संभावना है। इस वर्ष आप भौतिक सुखों के बजाय अपनी आंतरिक शांति और ज्ञान पर अधिक खर्च करेंगे।
मूला नक्षत्र 2026: स्वास्थ्य
स्वास्थ्य के लिहाज से आपको अपने पैरों और कूल्हों का ध्यान रखना चाहिए। इस वर्ष संक्रमण या एलर्जी की समस्या भी हो सकती है। शुद्ध आहार और प्राणायाम आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखेंगे। मानसिक शांति के लिए ध्यान करना आपके लिए सबसे बढ़िया औषधि साबित होगी।
मूला नक्षत्र की तिथियां और समय
| दिनांक | दिन | प्रारंभ समय | समाप्ति समय |
|---|---|---|---|
| 16 जनवरी 2026 | शुक्रवार | 05:47 पूर्वाह्न | 08:12 पूर्वाह्न, 17 जनवरी |
| 12 फरवरी 2026 | गुरुवार | 01:42 अपराह्न | 04:12 अपराह्न, 13 फरवरी |
| 11 मार्च 2026 | बुधवार | 10:00 अपराह्न | 12:43 पूर्वाह्न, 13 मार्च |
| 8 अप्रैल 2026 | बुधवार | 05:54 पूर्वाह्न | 08:48 पूर्वाह्न, 9 अप्रैल |
| 5 मई 2026 | मंगलवार | 12:55 अपराह्न | 03:54 अपराह्न, 6 मई |
| 1 जून 2026 | सोमवार | 07:08 अपराह्न | 10:06 अपराह्न, 2 जून |
| 29 जून 2026 | सोमवार | 01:08 पूर्वाह्न | 04:03 पूर्वाह्न, 30 जून |
| 26 जुलाई 2026 | रविवार | 07:34 पूर्वाह्न | 10:28 पूर्वाह्न, 27 जुलाई |
| 22 अगस्त 2026 | शनिवार | 02:49 अपराह्न | 05:44 अपराह्न, 23 अगस्त |
| 18 सितम्बर 2026 | शुक्रवार | 10:44 अपराह्न | 01:43 पूर्वाह्न, 20 सितम्बर |
| 16 अक्टूबर 2026 | शुक्रवार | 06:47 पूर्वाह्न | 09:47 पूर्वाह्न, 17 अक्टूबर |
| 12 नवम्बर 2026 | गुरुवार | 02:19 अपराह्न | 05:17 अपराह्न, 13 नवम्बर |
| 9 दिसम्बर 2026 | बुधवार | 09:00 अपराह्न | 11:58 अपराह्न, 10 दिसम्बर |