नवरात्रि का आठवां दिन: महागौरी की पूजा से मिलती है इन ग्रह दोषों से मुक्ति

देवी माँ के आठवें रूप को महागौरी कहा जाता है, और उनकी अष्टमी के दिन पूजा (नवरात्रि के आठवें दिन) की जाती है। वह श्वेताम्बरधारी (सफेद कपड़े पहने हुए), वृषारुढ़ा (बैल की सवारी), चतुर्भुजी (चार हाथ हैं) और शांभवी (आनंद और खुशी प्रदान करती है) सहित अन्य नामों से भी जानी जाती हैं। नवरात्रि के आठवें दिन माता महागौरी की पूरे विधि विधान से पूजा की जाती है। इस दिन कई लोग यज्ञ और आहुति देने का कार्य भी करते हैं, कन्या भोज और जरूरतमंदों की सेवा भाव करने का भी इस दिन बड़ा महत्व है। महागौरी की पूजा से बुद्धि प्रखर होती है। बैंक, अनालिटिक्स, अकाउंट्स, मीडिया आदि की जॉब करने वालों को महागौरी का आशीर्वाद जरूर लेना चाहिए। माता महागौरी की कृपा से बुध ग्रह मजबूत होता है। यदि आप अपने जीवन में किसी भी तरह के आर्थिक या मानसिक परेशानी से गुजर रहे हैं, तो माता महागौरी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए दुर्गा सप्तशती का पाठ जरूर करें। यह पाठ पूरी वैदिक रीति से होना चाहिए। वैदिक रीति से यह पाठ करने के लिए आप हमारे विशेषज्ञ पंडितों से भी संपर्क कर सकते हैं या आप इस लिंक पर क्लिक कर सकते हैं। जानिए माता महागौरी के सौंदर्य रूप के बारे में-

नवरात्रि पर्व के दौरान दुर्गा सप्तशती की पूजा कराना काफी लाभकारी होगा। पूजा अवश्य करवाएं…


महागौरी का रूप


महागौरी का महत्व


महागौरी का ज्योतिषीय उपाय

पूर्णरूप से संतोष और खुशी प्राप्त करने के लिए इस मंत्र का जाप करें:

श्वेते वृषे समारूढा श्वेताम्बरधरा शुचिः |

महागौरी शुभं दद्यान्त्र महादेव प्रमोददा ||


माता महागौरी की कथा



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