रमजान (Ramadan): क्यों रखे जाते हैं रोजे जाने इसका महत्व
मुस्लिम कैलेंडर का नवां महीना रमजान या रमदान होता है, यह बहुत मुकद्दस माह होता है, इस दौरान मुस्लिम अनुयायी उपवास रखते हैं, जिसे रोजा कहा जाता है। यह आधे चांद की उपस्थिति के साथ ही शुरू होता है और उसी के साथ खत्म भी होता है। रमदान अरबी शब्द रमद से लिया गया है, जिसका अर्थ होता झुलसते हुए सूखना या सूर्य की धूप से तपना। मुस्लिम समुदाय के मुताबिक इस माह के दौरान अच्छे कार्य बढ़-चढ़कर किए जाते हैं, साल के बाकी महीनों की तुलना में कहीं अधिक दान पुण्य के काम किए जाते हैं।