कैसे करें 16 सोमवार: क्या है महत्व और लाभ - MyPandit

16 सोमवार की व्रत कथा : क्या है महत्व और लाभ

हिन्दू धर्मावलंबियों में 16 सोमवार व्रत का काफी बड़ा महत्व है। व्रत करने वाले भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए पूरे दिन कठिन उपवास करते है। भगवान शिव को देवों का देव माना गया है। हिन्दू धर्मावलंबियों में भगवान शिव को सबसे बड़े देवता के रूप में पूजा जाता है। इनकी आराधना भगवान ब्रह्मा तथा श्री विष्णु भी करते है। त्रिदेवों में भगवान शिव को सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों के जीवन में चल रहे सारे कष्ट दूर हो जाते है। भगवान शिव को भोलेनाथ भी कहा जाता है। जैसे कि उनका नाम है वैसे ही भक्तों पर जल्दी प्रसन्न भी होते है। सभी देवी देवताओं में भगवान शिव को प्रसन्न करना भक्तों के लिए सबसे आसान होता है। जो व्रत करने वाले सोलह सोमवार का व्रत श्रद्धा भाव से करता है। उन्हें मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है। सावन का महीना भगवान शिव सबसे प्रिय महीना है। इस महीनें में भगवान शिव पर जलाभिषेक करने पर शिवजी जल्द प्रसन्न होते है। साथ ही उनकी पहले से मन में चले आ रहे मनोकामना कम समय में ही पूरी हो जाती है।


सोलह सोमवार का महत्व और दंतकथाएं


सोलह सोमवार व्रत कौन करता है?


कैसे करें सोलह सोमवार व्रत का पालन?


भगवान शिव को प्रसन्न करने के अन्य तरीके


निष्कर्ष



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