पन्ना के लाभ, जानिए ज्योतिष शास्त्र इसे लेकर क्या कहता है?


पन्ना रत्न क्या है?

ग्रीक पौराणिक कथाओं के मुताबिक पन्ना एक हरे रंग का छाया वाला रत्न है और यह एक प्राचीन ग्रीक शब्द स्मार्गडस (Smaragdus) और अंत में एमराल्ड (Emerald) नाम से आया है। भारत में इसे सामान्य रूप से इसे मरकटमोनी और पन्ना के नाम से जाना जाता है। मरकटमोनी संस्कृत शब्द मारकाटा से निकला है, जिसका अर्थ है हरी विकासशील चीजें। इस तरह से यह रत्न भी हरे रंग का होता है। इसी तरह से पश्चिमी ज्योतिष में भी पन्ना का बड़ा महत्व है।

पन्या वास्तव में एक बड़ा ही उत्कृष्ट रत्न है और इसे देखकर किसी को भी हैरानी हो सकती है। रूबी और नीलम के साथ दुनिया के प्रमुख तीन रत्नों में इसे भी शामिल किया गया है। पन्ना एक बड़ा ही शांत प्रवृत्ति वाला हीरा है। भारतीय वैदिक ज्योतिष में पन्ना के बारे में माना गया है कि इसमें असाधारण शक्तियां मौजूद हैं। पन्ना एक साफ रत्न है। इसका संबंध बुध ग्रह से है। बुध वाणी से जुड़े कारकों को नियंत्रित करने वाला है।

चतुराई, धैर्य, मान्यताएं और विभिन्न प्रकार की जानकारी का बुध ग्रह प्रतिनिधित्व करता है। किसी भी व्यक्ति के जिंदगी पर यह अपना प्रभाव डालता है। जो लोग इसे पहनते हैं, उन्हें बुद्धि की प्राप्ति होती है और इस वजह से वे सम्मानित होते रहते हैं। वसंत के दौरान इस रत्न की ताकत कहीं अधिक होती है। यह बड़ा ही भाग्यशाली होता है और स्नेह दिलवाता है। यदि आप अपने साथी को पन्ना देते हैं, तो इससे पूरी जिंदगी आपका साथी आपके प्रति समर्पित रहेगा।


पन्ना के ज्योतिषीय लाभ

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक पन्ना रत्न में बुध की उर्जा संग्रहित रहती है। इसलिए इसे धारण करने पर आपकी भलाई तो होती ही है, साथ ही आपको धन की प्राप्ति होने लगती है। नई चीजें आपकी जिंदगी में होती हैं। वैवाहिक जीवन का आप पूरा आनंद और लाभ उठा पाते हैं। पन्ना मई माह में पैदा हुए लोगों के लिए जन्म रत्न है।

ब्राजील, रूस, जांबिया, पाकिस्तान, दक्षिण अमेरिका और कोलंबिया जैसे देशों में पन्ना रत्न पाया जाता है।


ज्योतिष शास्त्र को लाभ पहुंचाता है पन्ना रत्न

पन्ना बुध ग्रह का रत्न है। यह आपकी क्षमताओं को बढ़ाता है। आपके मार्केटिंग और व्यवसाय से जुड़े सामर्थ्य को भी यह बढ़ाने का काम करता है। नकदी रखने में भी यह लोगों के लिए मददगार होता है। जिन छात्रों को सीखने में दिक्कत हो रही होती है, यदि वे इस रत्न को पहन लेते हैं, तो इससे बड़े ही सकारात्मक परिणाम उन्हें मिलने लगते हैं। अपने व्यवसाय को कल्पना से भी अधिक बढ़ाना चाहते हैं? ज्योतिष से बात करें।

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पन्ना के व्यक्तिगत लाभ

  • कई बार आपके बच्चे को ध्यान केंद्रित करने में परेशानी हो रही होती है और आपको इसका पता चल जाता है। इसके अलावा किसी विषय पर विचार करने या फिर इसे संभालने में परेशानी भी होने लगती है। साथ ही पूरा समय देने पर भी आपके बच्चे को वांछित परिणाम नहीं मिल पाते हैं। ऐसे में यह रहस्यमई रत्न इनके लिए बड़ा ही उपयोगी साबित होता है। इनकी समस्याओं को यह कम करता है। साथ ही इनकी एकाग्रता और इनके ध्यान को भी यह बढ़ाने का काम करता है।
  • पन्ना रत्न गर्भवती महिलाओं को हो रहे दर्द एवं बेचैनी को कम करने में सहायक होता है।
  • पन्ना रत्न धारण करने वाले अपने साथी के प्रति पूरी तरीके से वफादार होते हैं। ये भरोसेमंद होते हैं। आपस में इनके बीच बड़ा प्यार होता है। अच्छी तरह से इनके बीच बातचीत भी होती रहती है।
  • जो लोग पन्ना रत्न धारण करते हैं, उनके अंदर हमेशा नवीन विचार मौजूद होते हैं। रचनात्मक क्षमताएं उनमें मौजूद होती हैं।
  • पन्ना रत्न पहनने वाले अपने काम को और बेहतर बना सकते हैं। साथ ही उनके लिए संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं।
  • पन्ना रत्न धारण करके आप अपने उद्देश्यों को पूरा कर सकते हैं। साथ ही बड़ी ही तीव्रता से इस उपलब्धि को पाने की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं
  • वैसे लोग जिन्हें धोखाधड़ी और विश्वासघात का शिकार होना पड़ा है, उन्हें इस रत्न को धारण करने के बारे में भारतीय ज्योतिषियों से सलाह ले लेनी चाहिए।
  • आपको जिंदगी में लगी चोट को भी ठीक करने में यह रत्न बड़ा ही कारगर साबित होता है। आपके जीवन में यह शांति लेकर आता है। साथ ही हर चीज को व्यवस्थित भी कर देता है।

किसे धारण करना चाहिए पन्ना रत्न?

  • पन्ना रत्न उद्यमियों, वास्तुकारों, चित्रकारों और कलाकारों के लिए बड़ा ही उपयोगी साबित होता है।
  • इसी तरह से नेताओं, विधायकों व सार्वजनिक वक्ताओं एवं प्रशासन से जुड़े लोगों के लिए भी यह फायदेमंद होता है, क्योंकि इस रत्न में आपकी क्षमताओं को बढ़ाने की ताकत होती है।
  • व्यापार में मिलने वाली धोखाधड़ी और दुर्भाग्य जैसी बाधाओं को पन्ना रत्न कम करने का काम करता है। जो लोग इसे पहन लेते हैं, उनकी जिंदगी में गतिशीलता आ जाती है। साथ ही उनकी प्रवृत्ति भी तेज हो जाती है। जो लोग पैसों का प्रबंधन करते हैं, उनके लिए भी यह बड़ा ही मूल्यवान होता है।
  • विश्लेषण करने वालों के लिए भी पन्ना रत्न बड़ा ही मूल्यवान होता है। वह इसलिए कि यह उनकी क्षमता को और निखारने का काम करता है। इससे किसी भी चीज में उन्हें शानदार परिणाम मिलने लगते हैं।
  • चिकित्सक, ज्योतिषी और अन्य विशेषज्ञ भी यदि पन्ना रत्न को धारण करते हैं, तो इससे उन्हें बहुत से लाभ मिल सकते हैं। वह इसलिए कि यह रत्न उनकी कुशलता एवं उनकी क्षमता में बढ़ोतरी करता है।
  • पन्ना रत्न को धारण करने से आईटी, परमाणु और ब्रह्मांड विज्ञान के क्षेत्र में भी काम करने वाले लोगों को अत्यधिक लाभ की प्राप्ति होती है।

पन्ना रत्न धारण करने से मिलने वाले स्वास्थ्य लाभ

  • जिन लोगों को अति संवेदनशीलता की शिकायत होती है और जो लोग श्वसन रोग, त्वचा रोग एवं अन्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं, पन्ना रत्न धारण करने से उन्हें बड़ी राहत मिल सकती है।
  • जिन लोगों को बोलने से संबंधित परेशानी होती है, पन्ना रत्न धारण करके वे इस पर विजय पा सकते हैं।
  • पेट, किडनी, दिमाग और कानों से संबंधित बीमारियों को भी दूर करने में पन्ना रत्न बड़ा ही प्रभावकारी होता है।
  • जो लोग हकलाने की समस्या से जूझ रहे हैं, पन्ना रत्न धारण करने से वे बहुत जल्द स्वस्थ हो सकते हैं।

इस रत्न के लाभ ठीक तरीके से प्राप्त करने के लिए प्राकृतिक रत्न को ही पहनना जरूरी है। पन्ना रत्न को खरीदने के दौरान कभी भी धोखा नहीं खाएं, क्योंकि ऑनलाइन बहुत से धोखाधड़ी करने वाले मौजूद हैं।


पन्ना रत्न किसे धारण करना चाहिए?

  • मिथुन, वृषभ, तुला, कन्या और कुंभ राशि के जातकों को पन्ना रत्न धारण करना चाहिए।
  • वृषभ लग्न के जातकों को पन्ना रत्न से बहुत से लाभ मिलते हैं। वह इसलिए कि बुध द्वितीय और पंचम भाव का स्वामी होता है।
  • यदि बुध शनि, मंगल, राहु और केतु के संयोजन में हो और सूर्य अस्त हो तो आपको इस रत्न को धारण कर लेना चाहिए।
  • पन्ना रत्न से यदि आप आशा से भी अधिक परिणाम चाहते हैं, तो सफेद नीलम के साथ आपको इसे धारण करना चाहिए।
  • मिथुन लग्न के जातकों के लिए बुध लग्न का स्वामी और दसवें भाव का स्वामी होता है। इस तरह से यह इनके लिए सबसे प्रभावशाली हो सकता है।
  • यदि मीन राशि में ग्रह कमजोर हो और मंगल, शनि, राहु एवं केतु के साथ यह संयोजन में हो तथा सूर्य अस्त हो जाए, तो ऐसे में आपको लाभ मिलने की पूरी संभावना रहती है।
  • वर्तमान परिस्थिति में पन्ना रत्न बुध ग्रह के नकारात्मक प्रभाव को समाप्त कर देता है और आपको सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं।
  • कन्या राशि के जातकों के लिए पन्ना को सबसे अच्छा रत्न माना गया है।
  • यदि बुध कमजोर हो और शनि, मंगल, राहु एवं केतु जैसे ग्रहों के बीच यह पिस गया हो तो पन्ना रत्न ग्रह को मार देता है।
  • तुला राशि के जातकों के लिए पन्ना रत्न पहनना विवेक से परिपूर्ण निर्णय होता है। वह इसलिए कि बुध दसवें घर का स्वामी है और इस लग्न के साथ यह सौहार्दपूर्ण स्थिति में रहता है।
  • यदि सफेद नीलम के साथ आप पन्ना रत्न को धारण करते हैं, तो इससे आपको अविश्वसनीय रूप से बड़े ही अच्छे परिणाम मिलते हैं।
  • मकर लग्न के जातकों के लिए भी पन्ना रत्न बहुत ही अच्छा होता है, क्योंकि बुध छठे और नौवें भाव का स्वामी होता है। इस वजह से इस लगने के लिए यह बड़ा ही उपयोगी साबित होता है।
  • नीलम के साथ पन्ना रत्न को धारण करने से आपको अत्यधिक लाभकारी परिणाम मिल सकते हैं।
  • बुध महादशा और अंतर्दशा के दौरान भी पन्ना धारण करने से उल्लेखनीय लाभ मिलते हैं।
  • पन्ना रत्न कुंभ लग्न के लोगों को पहनने के लिए दिया जाता है, क्योंकि बुध छठे और नौवें भाव का स्वामी होकर इस लग्न के लिए लाभप्रद ग्रह होता है।
  • नीलम के साथ पन्ना रत्न को धारण करने से आपको अप्रत्याशित रूप से बड़े ही लाभकारी परिणाम प्राप्त हो सकते हैं।

किसे नहीं धारण करना चाहिए पन्ना रत्न?

  • मेष, कर्क, धनु और मीन लग्न के जातकों को कभी भी पन्ना रत्न को धारण नहीं करना चाहिए।
  • मेष लग्न के जातकों के लिए बुध अनुकूल ग्रह नहीं है, क्योंकि यह ग्रह तीसरे और छठे भाव का स्वामी है।
  • यदि ग्रह अपनी राशि में स्थित हो या मिथुन या कन्या राशि में यह उठा हुआ हो या फिर आप बुध की महादशा और अंतर्दशा से गुजर रहे हों, तो इनके अलावा और किसी स्थिति में आपको पन्ना रत्न नहीं पहनना चाहिए।
  • कर्क लग्न के जातकों को पन्ना रत्न पहनने के लिए नहीं दिया जाता है, क्योंकि इस लग्न के लिए बुध ग्रह अशुभ होता है। इस तरह से उन्हें इस रत्न को नहीं पहनने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
  • भारतीय ज्योतिष के मुताबिक सिंह राशि के जातकों के लिए बुध एक उपयोगी ग्रह नहीं होता है। इसलिए इन्हें पन्ना रत्न नहीं धारण करने के लिए कहा जाता है।
  • वृश्चिक लग्न के जातकों के लिए बुध एक अशुभ ग्रह है। इसलिए इन्हें भी इस रत्न को नहीं पहनाने के लिए कहा जाता है।
  • धनु लग्न के जातकों को भी पन्ना रत्न पहनने को नहीं दिया जाता है, क्योंकि इस लग्न के लिए बुध एक सामान्य लाभकारी ग्रह की तरह है। यही वजह है कि इन्हें इस रत्न को नहीं पहनने की सलाह दी जाती है।
  • मीन लग्न के स्वामी के लिए बुध एक अनुकूल ग्रह नहीं होता है। इसलिए मीन राशि के जातकों के लिए पन्ना रत्न लाभकारी नहीं होता है। उपरोक्त सभी लग्न केवल बुध की महादशा और अंतर्दशा के दौरान ही पन्ना रत्न को धारण कर सकते हैं।

हालांकि हरे पन्ना रत्न का लाभ यदि आप प्राप्त करना चाहते हैं, तो इसे धारण करने से पहले आपको विशेषज्ञों का सुझाव ले लेना चाहिए।


ज्योतिष को लाभ पहुंचाती है ग्रहों की स्थिति और हरा पन्ना

  • यदि आपकी कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति अच्छी है, तो पन्ना ग्रह को अतिरिक्त बल और ऊर्जा प्रदान कर सकता है। इसके प्रभाव की वजह से आपको लाभ मिल सकते हैं।
  • यदि छुद्र ग्रह छठे, आठवें या बारहवें भाव में बुध के साथ होता है, तो पन्ना रत्न धारण करने से प्रभाव कम हो जाता है।
  • यदि कोई व्यक्ति बुध की महादशा और अंतर्दशा से गुजर रहा है, तो पन्ना रत्न की अंगूठी पहनने से उसे बड़े लाभ मिल सकते हैं।

क्या आप जानना चाहते हैं कि आप के ग्रह अनुकूल स्थिति में हैं या नहीं? ज्योतिषी से बात करें।


कब और कहां धारण करें पन्ना रत्न?

  • किसी भी व्यक्ति को पन्ना रत्न को विशेषज्ञ ज्योतिषियों से चर्चा करके ही धारण करना चाहिए, ताकि आप बुध के बल से मिलने वाले प्रभावों को अच्छी तरीके से प्राप्त कर सकें।
  • बुधवार के दिन सुबह के वक्त पन्ना धारण करना चाहिए।
  • इस रत्न को धारण करने के दौरान घर पर विशेष रीति-रिवाजों को निभाना जरूरी होता है। इसमें पूजा पाठ शामिल होते हैं।
  • रत्न का भारीपन कम से कम 5 कैरेट का होना चाहिए। हरे रंग के कपड़े पर लोगों को उत्तर पूर्व दिशा में बैठना चाहिए।
  • रत्न को चांदी, सोने या कांसे के छल्ले से कवर करना चाहिए।
  • चांदी की अंगूठी को साफ करने के लिए लगभग 30 मिनट तक बिना उबाले दूध या फिर गंगाजल में डुबोकर रखना चाहिए।
  • इसके बाद चांदी की अंगूठी को हरे रंग की सामग्री पर बुध यंत्र की छवि के साथ स्थापित करना चाहिए और पांच अगरबत्ती जलानी चाहिए। साथ ही ‘ॐ बूम बुधाय नमः ॐ’ और ‘ॐ बुधाय नमः’ मंत्रों का जाप कई बार करना चाहिए।
  • इसी तरह से आप कई बार ‘नमो भगवते वासुदेवाय’ का भी जाप कर सकते हैं और छोटी उंगली या अनामिका पर चांदी की अंगूठी में रत्न को धारण कर सकते हैं।

किस उंगली में धारण करना चाहिए पन्ना?

भारतीय ज्योतिषियों की सलाह के मुताबिक चांदी या सोने की अंगूठी में पन्ना को छोटी या अनामिका उंगली में धारण करना चाहिए।


क्या पन्ना तत्काल परिणाम देगा?

कुछ महीनों में लोगों को इस रत्न से लाभ मिलने शुरू हो जाते हैं और 3 से 4 वर्षों तक इसका आनंद लिया जा सकता है।



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