चतुर्थ भाव में केतु मां के साथ रिश्ते करता है प्रभावित
कुंडली के चौथे घर में केतु, यह किस तरह के प्रभाव दिखाएगा, क्या परिणाम हमें देखने को मिलेंगे। यह जानना बहुत आसान काम नहीं है। इसके लिए हमने विद्वान ज्योतिष विशेषज्ञों की टीम को बुलाया। पूरी टीम ने हर पहलु का विश्लेषण किया। हर बात का बारीकी से अध्ययन किया। सामने आया कि चतुर्थ भाव में बैठा अशुभ ग्रह केतु आप पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभाव डाल सकता है।
इस ग्रह की छाया आपके आपकी माता के बीच खड़ी हो सकती है, यह संबंधों को बिगाड़ सकती है। ऐसे में आपको अपनी मां के साथ अपने संबंधों के बारे में सावधान रहना चाहिए। अगर बात सकारात्मक पक्ष की करें तो केतु आध्यात्मिकता, महत्वाकांक्षा और खुले विचारों का अहम कारक है। यह आपको जादूगर या जांच अधिकारी बनने में मदद करेगा।
केतु चतुर्थ भाव में हो तो क्या होता है?
चतुर्थ भाव में केतु का प्रभाव
- धन और समृद्धि
- लाइफ स्टाइल
- आध्यात्मिकता
- मां से संबंध