पांचवें भाव का बुध देता है बुद्धि और क्रिएटिविटी
बुध को ईश्वर का दूत माना जाता है। भारतीय ज्योतिष में बुध को लगभग पूर्णतया न्यूट्रल ग्रह माना जाता है जो जिस भी ग्रह के साथ होता है या जिस भी ग्रह के द्वारा देखा जाता है, उसी के गुणों को दर्शाने लगता है। इसी के आधार पर ज्योतिष शास्त्र में बुध के पॉजिटिव या नेगेटिव इफेक्ट्स का अनुमान लगाया जाता है। यह जातकों को विश्लेषणात्मक कौशल, रचनात्मकता देता है तथा उन्हें तीव्र बुद्धि और कुछ एक्स्ट्रा कौशल प्रदान करने में मदद करता है। पंचम भाव का बुध यदि अनुकूल परिस्थिति में हो तो आपके जीवन को बहुत आरामदायक बना सकता है। यदि शुक्र भी पांचवे भाव में बुध के साथ हो तो यह आपके जीवन में रोमांटिक भावनाओं का संचार कर सकता है हालांकि चीजें हमारी इच्छा से नहीं चला करती। यदि बुध पंचम भाव में चंद्रमा के साथ परस्पर बैठा हुआ है तो वह जातक को अत्यधिक प्रभावित करता है। आइए जानते हैं कि जन्मपत्रिका में पांचवे भाव में बैठा बुध ग्रह क्या-क्या फल दे सकता है?
पांचवें घर का बुध तथा उसके कारक (What Does The 5th House Indicate?)
पंचम भाव के बुध का प्रभाव (Influence Of Mercury In 5th House)
बोलने की कला
जिज्ञासा
प्रेम संबंध
रिलेशनशिप्स