ग्यारहवें भाव में चंद्रमा(Moon) है तो हमेशा तैयार रहे
जब जन्म कुंडली में चंद्रमा 11 वें स्थान पर होता है तो जातक के पास बर्बाद करने के लिए समय की गुंजाइश नहीं रहती। जातक को चाहिए कि अपने आपको संभाले और जीवन में कुछ महान लक्ष्यों को पाने के लिए तैयार रहे। हमेशा अपने करीबी लोगों को मदद करने को तैयार रहें। अपने सपनों की गठरी भरी हुई तो हैं, लेकिन लक्ष्य स्थित नहीं है। वे बदलते रहते हैं। बिल्कुल वैसे ही जैसे चंद्रमा की कलाएं घटती बढ़ती रहती हैं।
यह आपके मूड पर निर्भर करता है, जैसे ही आपका मूड बदलता है, उसी के मुताबिक आपके लक्ष्य व उद्देश्य भी बदल जाते हैं। ऐसे में लक्ष्यों को पूरा करने के मामले में आप अधिक समय लगा देत हैं। ये सभी परिणाम हैं कुंडली के 11 वें ग्रह में चंद्रमा होने के। वैदिक ज्योतिष के मुताबिक कुंडली के 11 वें घर में चंद्रमा की मौजूदगी के कई परिणाम होते हैं।
आखिर 11वें भाव में चंद्रमा का क्या अर्थ है? वैदिक ज्योतिष के अनुसार ग्यारहवें घर में चंद्रमा के अर्थ और प्रभाव हम आपको बताने जा रहे हैं। इसके साथ ही आप अपने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों पर चंद्रमा के ग्यारहवें घर में होने के प्रभावों के बारे में भी जान सकेंगे।