चौथे घर में चंद्रमा (Moon): मां से संबंध होंगे मजबूत

अपने आप को आप भाग्यशाली मानें चंद्रमा माता प्रतिनिधित्व करता है और चतुर्थ यानी चौथा घर भी माता घर ही माना जाता है। ऐसे में यह एक अनोखा संयोग है। ऐसा होने पर आपका पूरा ध्यान बाकी लोगों से हटकर आपकी माता पर ही होगा। आप के लिए मां सबसे अहम होगी, बाकी लोग आपके लिए माता के बाद ही आएंगे। ऐसे में चतुर्थ भाव में चंद्रमा होने के कारण कई तरह की अजीब स्थिति या नाटकीय हालात देखने को मिल सकते हैं।

यह बताने की जरूरत नहीं है कि आपका और आपकी माता का रिश्ता कितना प्रगाढ़ है। आप अपनी जड़ों का बहुत सम्मान करते हैं और उन्हें छोडऩा नहीं चाहते हैं। एक ही जगह जुड़े रहने के कारण आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। जलाशयों के पास वाली जगहें आपको बेहद पसंद आएंगी। चंद्रमा के चतुर्थ भाव में गोचर करने का जीवन के कई क्षेत्रों पर प्रभाव होता है, आइए हम इन प्रभावों के बारे में जानते हैं।


चतुर्थ भाव में चंद्रमा का प्रभाव


क्या होता है जब चंद्रमा चौथे भाव में होता है?


चतुर्थ भाव में चंद्रमा का व्यक्तित्व पर प्रभाव


चतुर्थ भाव में चंद्रमा का आपके वैवाहिक जीवन और परिवार पर प्रभाव


चतुर्थ भाव में चंद्रमा का आपके कॅरियर और धन पर प्रभाव


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