कुंडली के दूसरे घर में राहु, निर्धन को बना सकता है अरबपति
ग्रह राहु की छाया जीवन में भ्रम, असंतोष, भय और हानि का कारण बन सकती है, यह मन में डर पैदा करती है। ग्रहों की मंत्रिमंडल में इस ग्रह को ‘हैड ऑफ ड्रैगन’ के नाम से जाना जाता है। राहु की स्थिति आपके जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ज्योतिषीय सिद्धांत बताते हैं कि जिस भी घर में राहु होता, वह घर अपना मौलिक महत्व खो सकता है। यदि राहु जिस भाव के स्वामी से जुड़ा होता है तो इस युति से आपको नकारात्मक प्रभाव मिलते हैं।
दूसरे भाव में अगर राहु मजबूत स्थिति में होता है तो वह एक भिखारी को अरबपति और अरबपति को भिखारी बना सकता है। दोनों की स्थिति बदल सकती है। इसके साथ ही यह स्थान आपके धन और समृद्धि को नकारात्मक रूप से बुरी तरह प्रभावित कर सकता है। इस वजह से आपको धन की कमी का अनुभव हो सकता है और आप वित्तीय लक्ष्यों से दूर हो सकते हैं। धन की कमी महसूस होगी, संतुलन नहीं बैठा सकेंगे।
राहु की इन दशाओं और स्थितियों पर प्रकाश डालने व गहन अध्ययन करने के लिए हमने विशेषज्ञों की टीम को जुटाया। हम आपको उनसे मिली जानकारी के मुताबिक राहु के प्रभाव व उसके उपायों के बारे ेमें बताते हैं।
ज्योतिष में द्वितीय भाव क्या दर्शाता है?
दूसरे भाव में राहु का प्रभाव
- धन
- आय
- संवाद
- शादी