अंकज्योतिष में मिसिंग नम्बर्स का महत्व

कई बार आपने यह देख कर आश्चर्य किया होगा कि दो अलग-अलग राशियों के व्यक्ति के पास एक ही लाइफ पाथ नम्बर क्यों है या उनकी संख्या एक समान क्यों है? दरअसल अंक ज्योतिष के अनुसार आपका जीवन पथ अंक आपकी जन्म तिथि में आने वाली विभिन्न संख्याओं (तिथि, महीने एवं वर्ष की संख्या) के संयोजन से बनता है। ऐसी स्थिति में तब विडंबना हो जाती है जब आपके पास कुछ अंक नहीं होते अर्थात् आप अपने जीवन में कुछ अंकों को मिसिंग कर रहे हैं। इनका अर्थ है कि आपको अपने जीवन में कुछ खास चीजों का ध्यान रखने की आवश्यकता है।

ज्योतिष के अनुसार हममें से हर किसी की जन्मकुंडली में कोई न कोई नम्बर मिसिंग (Missing Numbers of Numerology) रहता ही है। इसके अलावा, आपकी जन्म तिथि में हमेशा एक नंबर गायब रहता है, जिसका असर आपके जीवन पर पड़ता है। ऐसे हालात में आपको स्ट्रेस लेने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है क्योंकि मिसिंग संख्याएं यह नहीं दर्शाती हैं कि कोई अशुभ या खतरनाक घटना होने वाली है, बल्कि उन अनोखी अनदेखी चीजों को देखने के लिए प्रेरित करती हैं जहां चल कर आप अपने जीवन को प्रोग्रेस के मार्ग पर ले जा सकते हैं और तरक्की कर सकते हैं।

आइए दोस्तों, हम इन लापता संख्याओं की दुनिया में गहराई से गोता लगाएं और पता करें कि वास्तव में यह सब कैसे मायने रखता है और अंक ज्योतिष में लापता संख्याओं के उपाय क्या है?


मिसिंग नंबर क्या है? (What is a Missing Number?)

मिसिंग नंबर आमतौर पर किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व से गायब विशेषताओं, या चारित्रिक लक्षणों से संबंधित होते हैं। वे जीवन में कुछ महत्वपूर्ण जीवन सीखने में भी मदद करते हैं जो एक व्यक्ति को सीखना चाहिए। ऐसे नम्बर्स हमें बताते हैं कि हमें अपने अंदर कुछ ऑप्टिमिस्टिक (पॉजिटिव) आदतों को विकसित करना चाहिए जो हमें एक बहुत ही विनम्र, खुशहाल और संतुलित जीवन जीने में मदद कर सकते हैं (हालांकि आमतौर पर तुला राशि के लोग यही चाहते हैं)।

इसके अलावा, यदि आप अपने जीवन साथी की लाइफ के मिसिंग नम्बर्स को जान कर उन्हें समझने का प्रयास करेंगे तो आपको उनकी कमियों तथा खामियों को दूर करने में मदद मिलेगी। यदि इसके लिए आपको सहनशील भी बनना पड़ें तो आपको ऐसा करना चाहिए।

इस बात में कोई संदेह नहीं है कि किसी भी व्यक्ति के जीवन में क्या मिसिंग है, उस व्यक्ति की जन्म तिथि में मिसिंग नम्बर को देख कर इसका पता लगाया जा सकता है। इस तरह आप उस व्यक्ति की सहायता कर सकते हैं।


मिसिंग नम्बर 1 (Missing Number 1)

आप हमेशा नंबर वन बनना चाहते हैं परन्तु दुर्भाग्यवश आपके पास आपकी जन्मकुंडली नहीं होती है।

मिसिंग नम्बर 1 वाले लोगों के लिए अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त करना कठिन होता है। वे अपने खुद के व्यक्तित्व के बारे में दूसरों को नहीं बता पाते हैं। ऐसे लोग अच्छे दोस्त होते हैं जिनमें अहंकार या सेल्फ-प्राइड जैसी कोई बड़ी समस्या नहीं है। ये स्वभाव से धार्मिक होते हैं, हमेशा दूसरों की मदद करने और उनका सहयोग करने के लिए समय निकालते हैं। वे अपने जीवन में महान परोपकारी बन सकते हैं। इनमें से कई लोगों के मिसिंग नम्बर 1 के कारण, 20 वीं शताब्दी की शुरुआत को मानवता के युग के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि कई ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार इसे कुंभ राशि से संबंधित माना जाता है।


मिसिंग नम्बर 2 (Missing Number 2)

जन्म कुंडली में 2 का अंक मिसिंग होने पर जातक के व्यक्तित्व में अंतर्ज्ञान और संवेदनशीलता की कमी को दर्शाता है। हालांकि वे समय के पाबंद होते है परन्तु उनमें उतावलापन भी होता है। आमतौर पर वे अपनी अंतर्रात्मा की आवाज नहीं सुनते और इसी कारण वे अपने जीवन में कई बड़ी गलतियां करते हैं जिसका नतीजा उन्हें उम्र भर भुगतना पड़ सकता है। इसमें कोई शक नहीं है कि उनके पास अपने काम को सही साबित करने के लिए हमेशा कोई न कोई तर्क या स्पष्टीकरण होता है परन्तु इन्हीं से वजह से उन्हें कई बार ट्रोल भी होना पड़ता है।


मिसिंग नम्बर 3 (Missing Number 3)

जिन लोगों की जन्मकुंडली में 3 का अंक मिसिंग होता है, उनमें आत्मविश्वास की कमी होती है और कई बार उस व्यक्ति के लिए खुद को अभिव्यक्त करना काफी मुश्किल हो जाता है। यदि आपके साथ भी यही समस्या है तो निश्चिंत रहें, जब आप अपने जीवन के शुरुआती वर्षों से गुजरते हैं, तो आप धीरे-धीरे खुद को वैसे ही स्वीकार करने की कोशिश करेंगे जैसे आप हैं। और, एक बार जब आप खुद को स्वीकार कर लेते हैं, तो आपमें वास्तविक परिवर्तन होगा, क्योंकि आप इस पूरे प्रोसेस से होते हुए अपने अंदर नया साहस, आत्मविश्वास और आत्मसम्मान प्राप्त कर लेंगे। परन्तु यह स्पष्ट है कि तब तक आप अपनी क्षमताओं को पूरी तरह नहीं आंक पाएंगे और स्ट्रेस के चलते कोई आत्मघाती कदम उठा सकते हैं। दूसरी तरफ, मिसिंग नम्बर 3 वाले व्यक्तियों में संघर्ष और बाधाओं का सामना करने के लिए जरूरी विचारशक्ति और तर्कशक्ति का अभाव होता है।

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मिसिंग नम्बर 4 (Missing Number 4)

यदि आपकी जन्मकुंडली से 4 का अंक मिसिंग है तो बहुत संभव है कि आपमें मैनेजमेंट स्किल्स की कमी होगी। 4 के अंक का गुम होना आपके लिए एक महत्वपूर्ण विशेषता की कमी के समान है जिसके कारण आप एक लग्जरी लाइफ जीने के अपने सपने को पूरा नहीं कर पाएंगे। ऐसे जातकों को सफलता पाने के लिए जीवन में सख्त अनुशासन का पालन करना होगा और तय प्रीप्लान्ड तरीके से काम करना होगा जिसके कारण उनकी क्रिएटिविटी खत्म हो जाती है। नि:संदेह वे आमतौर पर किसी भी महत्वपूर्ण बैठक या सम्मेलन के लिए देर से आते हैं। यदि वे बड़े लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं और जीवन में कामयाबी की तलाश कर रहे हैं तो अपनी जन्मकुंडली में अंक 4 के मिसिंग होने के कारण उन्हें अपने अंदर बदलाव लाना होगा। उन्हें सहनशील बनना होगा, काम के प्रति लगन जगानी होगी और धैर्य रखते हुए उन्हें अंतिम क्षण तक कड़ा परिश्रम करना होगा। यदि वे ऐसा कर पाते हैं तो वे निश्चय ही सफलता प्राप्त कर लेंगे।


मिसिंग नम्बर 5 (Missing Number 5)

अगर आपकी जन्म कुंडली में 5 का अंक शामिल नहीं है तो आपको तुरंत सावधान होने की जरूरत है। ऐसे जातकों के लिए अपने लक्ष्य का निर्धारण करना और दूसरों को समझाना बहुत कठिन हो जाता है। बहुमुखी प्रतिभा की कमी के चलते अक्सर वे अपने जीवन में आने वाले बड़े प्रोजेक्ट्स में विफल हो जाते हैं। ऐसे जातक मल्टीटास्किंग नहीं होते वरन उन्हें सफलता के लिए लगातार बाहरी मोटिवेशन की जरूरत होती है। उन्हें बाहरी मदद और सपोर्ट मिल जाए तो वे सफलता प्राप्त कर सकते हैं। स्वयं के दम पर वे बहुत कम कामयाबी अर्जित कर पाते हैं।


मिसिंग नम्बर 6 (Missing Number 6)

किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में 6 का अंक मिसिंग हो तो ऐसे लोग अपनी भावनाओं को छिपाने में कुशल होते हैं। साथ ही, वे अपने घनिष्ठ संबंधों में भी अपने स्वार्थ को दूर ही रखते हैं और इसी कारण उनके साथ रिश्ता होना एक वरदान की तरह होता है। आमतौर पर वे दूसरों के साथ संबंध बनाने में सहज नहीं होते हैं, इसी वजह से उनके अपने माता-पिता के साथ भी संबंध सहज नहीं हो पाते हैं। उन्हें अपने रिश्ते में मजबूती लाने के लिए अपना दिल और अपनी आत्मा की आवाज सुनने की जरूरत है, जरूरत है कि वे बहिर्मुखी बनें और दूसरों के साथ घुल-मिल कर रहें।


मिसिंग नम्बर 7 (Missing Number 7)

किसी जातक के बर्थ चार्ट से नंबर 7 के गायब हो जाने के कारण, आप दूसरों की भावनाओं के प्रति लापरवाह और असंवेदनशील हो सकते हैं। वे ज्यादातर समय स्वयं में डूबे रहते हैं। ये लोग अपने दैनिक जीवन में अधिक व्यवस्थित नहीं होते हैं और आमतौर पर आध्यात्मिकता के क्षेत्र से दूर रहना पसंद करते हैं। दूसरों पर निर्भर होना उनकी आदत बन जाता है। इसलिए, वे कभी भी महत्वपूर्ण मामलों पर आत्मनिर्भर और स्वतंत्र नहीं होते हैं, यही कारण है कि वे किसी भी चीज की जिम्मेदारी लेने से घृणा करते हैं। यदि वे दूसरों से बातचीत करते समय ईमानदारी से काम लें और अपनी भावनाओं को प्रकट करना सीख जाएं तो निश्चित तौर पर वे दूसरों के साथ सहज जीवन जी सकते हैं।


मिसिंग नम्बर 8 (Missing Number 8)

8 का अंक व्यावहारिक जीवन से जुड़ा हुआ है। जिन लोगों की जन्म कुंडली से यह संख्या गायब है, वे पैसों के मैनेजमेंट के मामले में काफी कमजोर तथा दूसरों पर निर्भर होते हैं। अक्सर मोटिवेशन की कमी के चलते वे अपने महत्वपूर्ण और बड़े प्रोजेक्ट्स को बीच में ही छोड़ देते हैं। ऐसे में अधीर और लापरवाह होने के कारण, वे कई बार अवसरों से चूक जाते हैं। इसलिए उनके लिए यह बहुत अधिक महत्वपूर्ण है कि वे कोई भी कदम उठाने से पहले उसके बारे में ठीक से सोच-समझ कर फैसला लें। किसी भी अंधविश्वास करने के कारण उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।


मिसिंग नम्बर 9 (Missing Number 9)

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि बीसवीं सदी में पैदा हुए सभी जातकों का नंबर 9 होता है। लेकिन दुर्भाग्य से, 21वीं सदी में जन्म लेने वाले कई जातकों को लग सकता है कि उनकी जन्म कुंडली में 9 नंबर नहीं है। गहराई से देखा जाएं तो ऐसे लोग भावनाहीन (Emotionless) हो सकते हैं, जरू



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