घर में लगाएं वास्तु शास्त्र के हिसाब से पर्दे, जानें Vastu for Curtains

अगर आप किसी नई जगह शिफ्ट होने की योजना बना रहे हैं या अपने घर में कुछ ऐसा बदलाव लाना चाह रहे हैं जिससे आपके घर को नया और माडर्न लुक मिल सके, अगर ऐसा है तो आपका उत्साहित होना लाजमी है। आप यही चाहते हैं कि घर का हर कोना खूबसूरत दिखाई दे, सब आकर्षक लगे।  दीवारों के नए रंगों से लेकर फर्श तक, नई साज-सज्जा से लेकर नए फर्नीचर तक और किचन से लेकर हरे-भरे लॉन तक, सब कुछ आकर्षक और रोचक लगना चाहिए। दीवारों से लेकर फर्नीचर का डिजाइन सभी आपकी पसंद की मुताबिक होना चाहिए। चलिए मान लेते हैं कि आपने थोड़ी देर कर दी, तब तक सब सज चुका है, संवर चुका है तो निराश होने की जरूरत नहीं है। अभी भी एक ऐसी चीज है जिसे बदलकर आप ताजगी महसूस कर सकते हैं। अब भी एक ऐसी वस्तु है जो बदलकर आप घर में नया बदलाव और सकारात्मक ऊर्जा ला सकते हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं घर के परदों की। घर के परदे बदलकर आप न केवल वहां की सुंदरता बल्कि घर का माहौल और घर वालों का मूड बदल सकते हैं।

 

दरअसल घर हमारे लिए आराम की जगह होती है, एक ऐसी जगह जो हमें सुकून देती है। जब हम काम से थके हारे हुए घर लौटते हैं तो मानो लगता है कि यही वह जगह है जिसकी हमें तलाश थी। हम एक बिजी शेड्यूलव के बाद यहां आराम करते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार हर घर में पर्दे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अपने दरवाजों और खिड़कियों को आकर्षक पर्दों से सजा सकते हैं। ये पर्दे घर को ब्यूटीफूल लुक के साथ ही ताजगी भी पैदा करते हैं। यदि आपको घर के खिड़की या दरवाजे सजे हुए नहीं हैं तो यही पर्दे आपको निराशा के भाव का अहसास भी करा सकते हैं। इसलिए जब भी आप अपने घर के लिए पर्दे खरीदने की योजना बनाते हैं, तो वास्तु शास्त्र का ध्यान रखें। वास्तु के नियमों के अनुसार पर्दे के रंग, कपड़े और शैली का चुनाव करें।

वास्तु शास्त्र वास्तु विज्ञान का एक पारंपरिक रूप है, और ज्योतिष में भी इसका महत्वपूर्ण स्थान है। आइए वास्तु के उन नियमों के बारे में जानकारी देते हैं जिनके आधार पर हम पर्दों के रंग, सामग्री का चुनाव कर सकते हैं। हम आपको बताएंगे कि आपको किस कमरे में किस तरह के, किस रंग के पर्दे लगाने चाहिए।


अपने घर को खूबसूरत पर्दों से सजाएं


हल्के रंग के पर्दे के फायदे


गहरे रंग के पर्दे के फायदे


ध्यान रखने योग्य बातें


पर्दे चुनने के लिए वास्तु टिप्स

सही पर्दा चुनें

किसी दुकान पर जाने से पूर्व आपको सबसे पहले यह जानना होगा कि आपके घर को किस तरह की सजावट की आवश्यकता है। हम अक्सर पर्दे, ब्लाइंड्स, शेड्स और ड्रेप्स का चयन उनके महत्व और अंतर को जाने बिना कर लेते हैं। किसी भी फैसले को लेने से पहले हमें इन सब के बारे में जानकारी होना जरूरी होता है।

जो पर्दे, पर्दे की छड़ से लटकाए जाते हैं वे हल्के कपड़े से बने होते हैं। ऐसे पर्दे घर में केवल इसीलिए लगाए जाते हैं कि घर की गोपनीयता बनी रही, घर में कोई झांक न सकें। वहीं दूसरी तरफ जहां पर्दे में मोटे कपड़े का प्रयोग किया जाता है, वहां यह पर्दे सूरज की रोशनी को घर में प्रवेश करने से रोकने के लिए लगाए जाते हैं।

सही सामग्री का चयन करें

पर्दे के लिए सही फैब्रिक का चुनाव कमरे को एक अलग ही लुक देता है। लेसी से लेकर शीर मैटेरियल, हल्के से मध्यम वजन, ब्रोकेड से लेकर वेलवेट और सरल से सजावटी पर्दों तक, पर्दों के मामले में बहुत सारे विकल्प मौजूद हैं। वास्तु के मुताबिक पर्दों के मैटेरियल का चयन करने से पहले हमें इस बात पर विचार करना जरूरी हो जाता है कि आपको अपने घर में कितनी प्राकृतिक रोशनी की आवश्यकता है।

पर्दों के रंग

पर्दे का रंग वास्तु के अनुसार कमरे की साज-सज्जा से मेल खाना चाहिए। आप ऐसे पर्दे चुन सकते हैं जो सजावट के अनुरूप हों या कमरे के रंग के कंट्रास्ट वाले पर्दे भी चुन सकते हैं। घर के आकर्षक लुक के लिए ध्यान रखें कि पर्दे घर की दीवारों के रंग से मेल खाने चाहिए। ऐसा नहीं हो तो आप पर्दे के लिए ऐसे रंगों का चयन कर सकते हैं जो फर्नीचर और दीवारों दोनों से मेल खाते हों।

प्रिंट और गहरें रंग

प्रिटेंड पर्दे के साथ ही गहरे रंगों का प्रयोग भी एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। प्रिंट परिवेश में सुंदरता जोड़ते हैं। प्रिंटेड पर्दे ठोस रंग के फर्नीचर और कुशन, कालीन और कालीनों सहित अन्य सामान के साथ अच्छी तरह से चलते हैं, सुंदरता को बढ़ाते हैं। ऐसे लोग जो आपने रहने की जगह को आधुनिकता से भरपूर बनाना चाहते हैं वे मार्डन डिजाइन और नई तरह के प्रिंट वाले पर्दे घर में लगा सकते हैं। वहीं फ्लोरल प्रिंट समकालीन और परम्परागत सजावट दोनों के लिए उपयुक्त होते हैं।

पर्दे की लंबाई

आम तौर पर, हम अपने कमरों के लिए फर्श की लंबाई वाले पर्दे चुनते हैं। लंबे पर्दे कमरे को बड़ा विशाल रूप देते हैं। वास्तु शास्त्र के मुताबिक आप अपने बच्चों के कमरे में फर्श से कुछ इंच ऊपर वाले पर्दे लगा सकते हैं।

पर्दे की चौड़ाई

वहीं, पर्दे की माप खिड़की के शीशे या दरवाजों के क्षेत्रफल पर निर्भर करती है। क्षेत्रफल को मापने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि इसे 2/2.5 के कारक से गुणा किया जाए। इसमें अतिरिक्त सामग्री दरवाजे और खिड़कियों के दोनों किनारों पर एक नया रूप दे सकती है।

एक्सेसरीज और सजावटी सामान

एक्सेसरीज पर्दे को और आकर्षक बनाती हैं और कमरे की खूबसूरती में चार चांद लगा देती हैं। पुल-बैक और सजावटी पर्दे की एक विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध है। पर्दों के लुक को और भी शानदार बनाने के लिए आप इनके साथ ट्रिम्स और डेकोरेशन को चुन सकते हैं और मैच करके इस्तेमाल कर सकते हैं। यदि आप उन्हें खिड़की के

टॉप पर रखते हैं तो यह घर को एक शाही लुक प्रदान करता है। प्लेन पुल-बैक्स साटन या वेलवेट जैसे फैब्रिक के साथ अच्छे लगते हैं। अगर आपको सिंपल लुक पसंद है, तो आप इनका इस्तेमाल कर सकते हैं।

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