कन्या की विशेषताएं

कन्या राशि के लोग बहुत ही ज्यादा बुद्धिमान होते हैं। वृषभ और मकर की तरह इनका राशि तत्व भी पृथ्वी है। कन्या दिल से परफेक्शनिस्ट होते हैं और हर समय कुछ न कुछ सीखने में लगे रहते हैं। राशि चक्र की छठी राशि कन्या को “कुंवारी कन्या” द्वारा दर्शाया जाता है। मध्य श्रेणी की राशि होने के साथ इसे राशियों की रीढ़ की हड्डी की तरह भी समझ सकते हैं। कन्या का भौतिकवादी संसार में वर्चस्व होता है। ये किसी भी प्रकार के बॉस को अपने लगन, निष्ठा, व्यावहारिक तार्किक सोच तथा व्यवस्थित दृष्टिकोण से प्रसन्न कर सकते हैं। कन्या हर बात का अच्छे से विश्लेषण करते हैं और छोटी-छोटी गलतियां निकालने में माहिर होते हैं।

परफेक्शनिस्ट : कन्या राशि की विशेषता

कन्या राशि का स्वामी ग्रह बुध होता है, जोकि संवाद के लिए जाना जाता है। इस राशि के लोग तेज, मिलनसार, व्यवस्थित और बुद्धिमान होते हैं। बुध का प्रभाव इन्हें ज्ञान-जिज्ञासु बनता है। ये हर प्रकार के ज्ञान को अर्जित करने के लिए तैयार रहते हैं। इन्हें हर प्रकार के शैक्षणिक कार्यशाला, फोरम में व्यस्त देखा जा सकता है। इसके अलावा ये हर मुमकिन जगह से ज्ञान अर्जित करने के लिए तैयार रहते हैं। कन्या में नया जानने की उत्सुकता बनी रहती है, वे इसकी तलाश में रहते हैं। कन्या स्वभाव से लोगों के सहायक होते हैं। ये हमेशा अपने दोस्तों और करीबी की मदद करने को तैयार रहते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि ये हमेशा ही अपने ज्ञान से किसी भी प्रकार की समस्या का समाधान करने का हुनर रखते हैं।

कन्या के गुण

कन्या राशि, राशि चक्र की गुणवत्ता देखने का काम करती हैं, ऐसा कहें तो गलत नहीं होगा। ये मुश्किल होगा अगर आप किसी कन्या राशि वाले मनुष्य को किसी प्रकार की डींगे मारते हुए देखें। इन्हें लोगों की मदद करना हमेशा अच्छा लगता है, लेकिन साथ ही ये भी उम्मीद करते हैं कि लोग इनके इस गुण को सराहें और शुक्रिया के दो शब्द भी कहें। इनका दिमाग किसी ‘डेटा मशीन’ से कम नहीं होता है, जो बहुत ही आसानी से किसी भी तरह के कोड को सुलझा कर जवाब सामने रख देता है। जन्म से ही बुद्धिशाली कन्या बहुत ही अच्छे कर्मचारी साबित होते हैं। ये बहुत ही ज्यादा भरोसेमंद होते हैं। बहुत ही ज्यादा सम्भावनाएं हैं कि कन्या ‘व्योमकेश बक्शी’ की तरह बड़े बड़े और गूढ़ रहस्यों को सुलझाने का काम करें।

सकारात्मक पहलू (सच्चे और अच्छे)

बुद्धिमान (कंप्यूटर से तेज)

कन्या बहुत ही बुद्धिशाली होते हैं और इनका दिमाग कंप्यूटर के 100 वें हिस्से की तरह तेज होता है। बुध की मेहरबानी से ये व्यवहार कुशल और उपाय कुशल होते हैं। कन्या पूरी कोशिश करते हैं की उनसे किसी भी प्रकार की गलती न हो, और इसके लिए और वो हर संभावित कोशिश करते हैं। वो हर गलती पर काम कर उसे सुधारते हैं ताकि कोई भूल न रह जाए। ये निरंतर कुछ न कुछ पढ़ते रहते हैं, जिससे इनके ज्ञान का सागर भरता और बढ़ता रहें। ये नए-नए कौशल सीखने की इच्छा रखते हैं और सीखते रहते हैं। कन्या राशि के लोग मानव कंप्यूटर की तरह होते हैं, जो किसी भी प्रकार की जानकारी को प्रोसेस कर के एक विचार में ढाल सकते हैं। ‘व्यवस्था’ शब्द का निर्माण शायद किसी कन्या राशि वाले मनुष्य ने किया होगा, ये कहें तो गलत नहीं होगा। अगर आप एक रिक्रूटर हैं, तो इस बात पर ध्यान दें और अपनी कंपनी के लिए कन्या राशि के लोगों को जरूर तवज्जो दें, अगर आप भी कमाल का परिणाम चाहते हैं तो।

विश्लेषक (डेटा साइंटिस्ट)

कहना है कि अगर आपको डेटा साइंटिस्ट की जरूरत है तो किसी कन्या को इस काम के लिए रखें, और निःसन्देह आपको कंप्यूटर की जरूरत नहीं पड़ेगी। कन्या किसी भी जानकारी पर काम कर सकते हैं। साथ ही ये किसी भी तरह की समस्या अपनी बुद्धिमता के बल पर चुटकियों में हल कर सकते हैं। कन्या हमेशा ही इस प्रयास में रहते हैं कि चीजों को सही करते रहें। अगर उनको सिस्टम में किसी तरह की खामी मिलती है, तो उनको ठीक करने में लग जाते हैं। कन्या की एक अनोखी बात है यह है कि ये किसी भी समस्या के हल के लिए हमेशा व्यावहारिक हल ढूंढते हैं। अगर आप एक कन्या के साथ काम करते हैं तो आपको किसी स्पेशल डिपार्टमेंट की जरूरत नहीं होगी आपकी समस्याओं के समाधान के लिए।

परफेक्शनिस्ट (गलती से भी गलती नहीं करते)

कन्या सारी राशियों के बीच परफेक्शनिस्ट कहे जाते हैं। वे कोई जल्दी करें, ये बहुत कम ही होता है। कन्या के लिए परफेक्शन सबसे ऊपर होता है। एक चीज जो कन्या स्वीकार नहीं कर सकते वो है – अपूर्णता। चाहे वो उनके जीवन में हो या फिर किसी और के जीवन में। कन्या हमेशा काम में गुणवत्ता की चाह रखते हैं। अगर आप एक कन्या बॉस के साथ काम कर रहे हो, तो कृपया संभल कर काम करें और किसी तरह की कोई गलती ना करें। कन्या गलतियां पकड़ने में माहिर होते हैं और आपको अपनी गलती की बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है।

कठिन परिश्रम

कन्या आत्मविश्लेषक होते हैं और कभी भी ज्यादा काम करने से पीछे नहीं हटते हैं। काफी सारे प्रसिद्ध व्यक्तियों में आपको कन्या राशि के लोग मिल ही जाएंगे, जिन्हें सर्वसम्मति से सबसे ज्यादा मेहनती कहा जाएगा। ये इतने परिश्रमी होते हैं कि कई बार बहुत ज्यादा मेहनत करते हैं और स्मार्ट वर्क शब्द का अर्थ नहीं समझ पाते हैं। ये बस जानते हैं कि ‘कठिन परिश्रम सफलता की चाबी है।’ कन्या कभी भी भाग्य का इंतज़ार नहीं करते, बल्कि खुद के बल पर भाग्य बनाने में यकीन करते हैं।

विश्वासपात्र (सोने से खरे)

कन्या राशि के लोग अपने दिए वादे को हमेशा पूरा करने की कोशिश में लगे रहते है। कन्या बहुत ही विश्वासपात्र होते हैं और किसी भी तरह की समस्या को क्षण भर में निपटा देते हैं। किसी काम के लिए याद किए जाने पर ये सबसे पहले आने वालों में से हैं। कन्या हमेशा इसी कोशिश में रहते हैं कि अपने करीबी और चाहने वालों की अपेक्षाओं पर खरा उतर सकें और उन्हें किसी प्रकार की तकलीफ न हो।

समस्या का समाधान (व्योमकेश बक्शी के चेले)

कन्या मानव कंप्यूटर की तरह होते हैं और किसी भी प्रकार की जानकारी आराम से प्रोसेस कर लेते हैं। ये बड़े आराम से किसी भी प्रकार की समस्या का समाधान ढूंढ लेते हैं। कन्या राशि के मनुष्य, लोगों की मदद करने में सामने से आगे आते हैं। इनमें दुनिया के मुश्किल से मुश्किल पहेली का हल निकालने की काबिलियत होती है। इन लोगों को मदद करने के लिए आप कभी भी बुला सकते हैं, और इन्हे खुश करने के लिए सिर्फ एक ‘शुक्रिया’ ही काफी होता है।

नकारात्मक विशेषताएं

कन्या का विश्लेषात्मक दिमाग हर चीज का विश्लेषण करता रहता है, जिसकी वजह से वे आलोचनात्मक हो जाते हैं। इन्हें हर छोटी गलती को ध्यान देने की आदत हो जाती है, जो दूसरों को परेशान कर सकती है। कन्या राशि के लोग बहुत ही ज्यादा जजमेंटल होते हैं, जो कि एक बड़ी समस्या है। आप खुद को भी इससे अलग नहीं रख पाते, और कई बार खुद को भी आलोचना की दृष्टि से देखते हैं। इस तरह की जजमेंटल स्वभाव की वजह से काफी सारी समस्याएं खड़ी हो सकती हैं। सबसे बुरी बात इसमें ये होती हैं कि कन्या खुद के दोस्त भी नहीं रह पाते हैं।

आलोचनात्मक (गलती निकलने का गुण)

किसी की आलोचना नहीं करना और शांत रहना कन्या जैसे परफेक्शनिस्ट के लिए काफी मुश्किल हो जाता है। यहां तक कि ये खुद की आलोचना करने से भी बाज नहीं आते हैं। इन्हें दूसरों की बुराई को अनदेखा कर माफ़ करने की कला सीखनी चाहिए। इन्हें समझाना चाहिए ‘क्षमा वीरस्य भूषणम्‌’ यानी कि क्षमा ही एक वीर का आभूषण होता है।

जजमेंटल

कन्या का विश्लेषक दिमाग चीजों को देखने में जजमेंटल हो जाता है। वे मनुष्य के दूसरे पहलुओं पर ध्यान नहीं देते हैं। उनके लिए बातें सिर्फ सही गलत तक ही रहती हैं। इन्हें गलतियां बर्दाश्त नहीं होती हैं, जिसकी वजह से लोग इनके करीब नहीं होते हैं।

छानबीन की आदत

कन्या को परफेक्शन पसंद होता है और गलतियों पर गुस्सा आता है। ये बहुत भयानक बॉस साबित होते हैं, ये छोटी-छोटी गलतियों पर कर्मचारियों को परेशान करते हैं। तकलीफ तब और बढ़ जाती है जब ये भूल जाते हैं कि गलतियां मानव संरचना का एक हिस्सा होता है। कन्या इतना ज्यादा छानबीन करते हैं कि सामने वाले इंसान को काफी बुरा लगता है, और कई बार उनके आत्मसम्मान की धज्जियां उड़ जाती हैं। एक बॉस होते हुए ये अवगुण है और इनके कर्मचारियों के लिए सही नहीं है।

ज्यादा की अपेक्षा

कन्या राशि के लोग ये भूल जाते हैं कि सब लोग उनकी तरह परफेक्ट नहीं होते हैं। अपेक्षा से ज्यादा का उम्मीद, इनके नीचे काम करने वाले कर्मचारियों को बुरी तरह झेलना पड़ता है। छोटी – छोटी गलतियों को ध्यान देने की आदत से कन्या दूसरों को काफी परेशान करती है। अपनी सूक्ष्म आकलन की वजह से ये बहुत ही ज्यादा की उम्मीद करते हैं।

जरूरत से ज्यादा सोचना

कन्या जरूरत से ज्यादा सोचते हैं, जिसकी वजह से छोटा मतभेद भी बड़े झगड़े का रूप ले सकता हैं। इनकी विश्लेषण की खूबी कई बार इनके और दूसरों के लिए तकलीफदेह हो जाती है। कन्या ऐसी चीजों में परफेक्शन ढूंढते हैं जो व्यावहारिक रूप से मुमकिन नहीं होता। इससे सब परेशान होते हैं, जिसमें वे खुद भी शामिल होते हैं। खुद की जरूरत से ज्यादा सोचने की वजह से वे खुद के लिए ही एक डरावनी तस्वीर तैयार कर लेते हैं।

चिंता करना (राइ का पहाड़)

कन्या कई बार ऐसी बातों पर चिंता करती हैं, जो वास्तविक जीवन में होती नहीं हैं। इन्हें सलाह दी जाती है कि भविष्य के बारे में इतना न सोचें। छोटी छोटी बातों को तवज्जो देना इन्हें ज्यादा चिन्ताशील बना देता है। अगर इनके सामने राइ की सी समस्या होगी तो उसे पहाड़ की तरह बना कर सोचते हैं। और अपने साथ दूसरों की भी नींद उड़ा देते हैं।

कन्या के प्रेम सम्बन्ध

कन्या राशि के लोग अपने विश्लेषक स्वभाव को छोड़ नहीं पाते हैं। वो हर छोटी बात पर मीन-मेख निकलते हैं, चाहे वो पेशवर मामला हो या निजी मामला। इनकी हर छोटी बात पर ध्यान देते की आदत इनके रिश्ते में लोगों को डरा देती है। कन्या स्वभाव से पुराने ढर्रे पर चलने वाले होते हैं पर अंदर से बहुत रोमांटिक होते हैं। ये बुद्धिशाली लोगों की तरफ आकर्षित होते हैं और लम्बे सम्बन्धों को अहमियत देते हैं। ये प्यारे रिश्ते को महत्व देते हैं। कन्या क्षणिक रिश्ते की जगह लम्बे और सार्थक रिश्ते को महत्व देते हैं। इनके लिए सबसे सही जोड़ा बनाने वाली राशियां हैं -वृषभ, कर्क, वृश्चिक और मकर। कुछ राशियां जो की कन्या के लिए सही जोड़ियां नहीं बना सकती वो हैं – मेष, मिथुन, मीन, कुम्भ, सिंह और धनु।

कन्या का पारिवारिक जीवन

कन्या को अपने परिवार के साथ समय बिताना पसंद होता है, लेकिन कई बार वे शंकालु हो जाते हैं और हर बात में मीन-मेख निकलते हैं। जो संबंधों को ख़राब करता है। कन्या अपने परिवार की जिम्मेदारी निभाते हैं और परम्पराओं का सम्मान भी करते हैं। ये समस्याओं का समाधान बहुत अच्छे से करते हैं इसलिए परिवार के सदस्य इनके पास अपनी समस्याएं लेकर आते हैं। ये हर बात में अच्छे हैं जब तक आप गलतियां न ढूंढने लगे। कई बार इस आदत के कारण उनके दोस्त उनका साथ जल्दी छोड़ देते हैं।

कन्या का काम और पैसा

कन्या काम में काफी अच्छे होते हैं, क्योंकि ये विश्लेषण में अच्छे और काफी सूक्ष्म रूप से समस्या को देखते हैं। कन्या किसी भी प्रकार के काम में अच्छे हो सकते हैं। अगर इनके प्रोग्राम मैनेजर बनाया जाए तो ये हर पहलू को देखते हुए अच्छा हल निकल सकते हैं और अच्छा काम कर सकते हैं। पैसे के मामले में कई बार लापरवाह हो जाते हैं। कई बार कन्या आलोचनात्मक हो जाते हैं, जो उनके सहयोगी और सहकर्मियों को काफी परेशान करता है।

सारांश

किसी भी प्रकार की समस्या के समाधान के लिए कन्या सबसे अच्छे होते हैं। कन्या किसी भी प्रकार की आलोचना में माहिर होते हैं, और गलतियां बहुत आराम से ढूंढ लेते हैं। ये कभी भी सारे सूत्रों को देखें बिना किसी भी प्रकार के नतीजों पर नहीं पहुंचते। कन्या राशि के लोग अपना ज्यादतर समय किसी ना किसी प्रोजेक्ट पर काम करने में निकलते हैं। ये समाज की कुरुतियों पर ध्यान देते हैं और गलती निकालते हैं। कन्या सही मायने में एक पेशेवर कहा जा सकता है, क्योंकि इन्हें हर गलती के साथ आने वाले नुकसान का पता होता है।