आज का होरा अहमदाबाद के लिए
ज्योतिष शास्त्र में होरा काफी महत्वपूर्ण है। वैदिक ज्योतिष में जितना महत्व ग्रह-नक्षत्र, मुहूर्त, तिथि, वार आदि का है, उतना ही महत्व होरा का भी है। होरा भारत में समय की गणना का एक प्राचीन उपाय है। होरा का कुल योग 96 मिनट है, जो मोटे तौर पर प्रत्येक मंडल में 24 मिनट के बराबर है।
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05:52 – 06:59 |
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06:59 – 08:07 |
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08:07 – 09:14 |
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09:14 – 10:22 |
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10:22 – 11:29 |
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11:29 – 12:37 |
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12:37 – 13:44 |
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13:44 – 14:52 |
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14:52 – 15:59 |
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15:59 – 17:07 |
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17:07 – 18:14 |
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18:14 – 19:22 |
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19:22 – 20:14 |
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20:14 – 21:07 |
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21:07 – 21:59 |
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21:59 – 22:52 |
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22:52 – 23:44 |
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23:44 – 00:37 |
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00:37 – 01:29 |
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01:29 – 02:22 |
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02:22 – 03:14 |
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03:14 – 04:07 |
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04:07 – 04:59 |
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04:59 – 05:52 |
होरा का महत्व
होरा में प्रत्येक वार का महत्व है। हर वार के हिसाब से गणना भी अलग-अलग होती है। आइए यहां प्रत्येक होरा के महत्व के बारे में जानते हैं।
सू्र्य यानी रवि होरा
सूर्य होरा की बात करें तो इस होरा मुहूर्त का उपयोग राजनीतिक कार्यों, सरकारी अधिकारियों से मिलने, नौकरी के लिए आवेदन करने, कोर्ट से संबंधित लेन-देन और खरीदारी आदि के लिए सूर्य होरा मुहूर्त को शुभ माना जाता है। सूर्य होरा माणिक्य धारण करने के लिए भी शुभ माना जाता है।
चंद्रमा होरा
चंद्रमा होरा में स्थान परिवर्तन किया जाता है। इस होरा का उपयोग आवास में परिवर्तन, यात्रा, संपत्ति से संबंधित मामलों, प्रेम संबंधों में प्रिय से मुलाकात, आभूषण की खरीदारी,, कपड़ों आदि की बिक्री, पानी से जुड़े कार्यों के साथ ही रचनात्मक और कलात्मक कार्यों के लिए किया जाता है। चंद्रमा की होरा में मोती धारण किया जा सकता है।
मंगल होरा
कृषि से जुड़े मामलों, वाहन की खरीद-बिक्री, इलेक्ट्रिकल और इंजीनियरिंग के कार्यों के लिए मंगल होरा का उपयोग होता है। इसके साथ ही ऋण देने और लेने, युद्ध कला आदि के लिए भी शुभ है। नई नौकरी में शामिल होने के लिए समय अच्छा है। इस होरा में मूंगा या कैट आई धारण कर सकते हैं।
बुध होरा
व्यवसाय और दवा से संबंधित मामलों के लिए बुध की होरा शुभ मानी जाती है। इसके अलावा सीखने-पढ़ने, ज्योतिष, धार्मिक कार्यों, लेखन, प्रिंटिंग आदि कार्यों, आभूषण की खरीदारी के लिए भी बुध होरा शुभ होती है। बुध की होरा में पन्ना रत्न धारण किया जा सकता है।
बृहस्पति होरा
देव गुरु बृहस्पति की होरा सभी शुभ कार्यों के लिए शुभ मानी जाती है। इस होरा में नौकरी ज्वाइन करने, व्यापार शुरू करने, कोई नया कोर्स शुरू करने के साथ ही कोर्ट कचहरी से जुड़े मामलों के लिए बुध की होरा शुभ है। इसमें धार्मिक कार्य, तीर्थ यात्र आदि के लिए भी यह होरा शुभ है। इस होरा में पुखराज धारण कर सकते हैं।
शुक्र होरा
प्रेम और विवाह, आभूषण की खरीद बिक्री, एंटरटेनमेंट, वाहन की खरीदारी आदि के लिए शुक्र की होरा शुभ होती है। इस होरा में हीरा, ओपल या नए वस्त्र भी धारण कर सकते हैं।
शनि होरा
मेहनतकश लोगों के लिए शनि की होरा अच्छी मानी जाती है। इसके अलावा तेल और लोहे से संबंधित व्यापार के लिए भी शनि की होरा उपयुक्त होती है। इस होरा काल में नीलम या गोमेद धारण किया जा सकता है।
महत्वपूर्ण शुभ मुहूर्त
स्थान अनुसार होरा
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त्यौहार कैलेंडर
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गंगा दशहरा
गंगा दशहरा ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दौरान आता है और अंग्रेजी कैलंडर के अनुसार मई या जून के महीने में आता है। गंगा दशहरा को गंगावतरण के नाम से भी जाना जाता है, जिसका अर्थ है गंगा का अवतरण।
विश्व पर्यावरण दिवस
औद्योगिक क्रांति के साथ विश्व विकास की ओर आगे कदम बढ़ा रहा है। लेकिन विकास की इस दौड़ में हम प्रकृति को भूल गए। इसी का नतीजा है कि आज हमें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
निर्जला एकादशी
निर्जला एकादशी को भगवान विष्णु के देवताओं द्वारा सबसे शुभ और फलदायी एकादशी माना जाता है। अधिकांश हिंदू देवता जो भगवान विष्णु का अनुसरण करते हैं और उनकी पूजा करते हैं, इस दिन 24 घंटे उपवास रखते हैं।
गायत्री जयंती
गायत्री जयंती देवी गायत्री की जयंती मनाती है। उन्हें वेद की देवी कहा जाता है, और इसलिए भक्त उन्हें वेद माता के रूप में भी याद करते हैं।
वैकासी विसाकम
भगवान मुरूगन यानि कार्तिकेय के जन्मदिवस के रूप में वैकासी विसाकम को मनाया जाता है। ज्यादातर वैकासी विसाकम का त्योहार मई या जून के महीने में पड़ता है। जब विशाखा नक्षत्र पूर्णिमा के साथ आता है, तभी वैकासी विसाकम को मनाया जाता है।
ज्येष्ठ पूर्णिमा
हिंदू पंचांग के अनुसार, हिंदू कैलेंडर का तीसरा महीना ज्येष्ठ है। इस समय पृथ्वी जबरदस्त गर्म हो जाती है। यही कारण है कि कई नदियां और तालाब सूख जाते हैं या उनका जल स्तर कम हो जाता है।
कृष्णपिंगला संकष्टी चतुर्थी
कृष्ण पिंगला संकष्टी चतुर्थी जिसको संकट गणेश चौथ के नाम से भी जाना जाता है। यह दिन भगवान गणेश का होता है। कहा जाता है कि इस दिन भगवान गणेश पृथ्वी पर ही विराजमान होते हैं।
योगिनी एकादशी
योगिनी एकादशी निर्जला एकादशी के बाद औऱ देवशयनी एकादशी के पहले आती है। अगर इसकी तिथि की बात करें तो उत्त भारतीय पंचांग के मुताबिक यह आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष और दक्षिण भारतीय पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष में आती है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
आज के दौर में काम का अनियंत्रित समय मानव जीवन पर महत्वपूर्ण असर डाल रहा है। इससे उपजे तनाव, चिंता, नकारात्मकता और हताशा से समय-समय पर छुटकारा पाना जरूरी हो गया है।
आषाढ़ अमावस्या
हिन्दू धर्म में चंद्रोदय का कफी महत्व होता है। इसी से शुक्ल और कृष्ण पक्ष का निर्धारण होता है। जहां तक अमावस्या की रात की बात करें तो यह हर माह में एक बार आती है। इस दिन पूजन और दान-पुण्य का काफी महत्व है और इस व्रत से काफी शुभ फल की प्राप्ति होती है।
जगन्नाथ रथयात्रा
भारत के सबसे बड़े धार्मिक त्योहारों में से एक जगन्नाथ पुरी रथ यात्रा इस साल 27 जून 2025 से शुरू हो रही है। यह त्योहार इस मायने में अनूठा है कि तीन हिंदू देवताओं को उनके मंदिरों से एक जुलूस में उनके भक्तों से मिलवाने के लिए ले जाया जाता है।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
होरा क्या होता है?
ज्योतिष में होरा का काफी महत्व है। यह कुंडली विश्लेषण के महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है। होरा की अवधि एक गंटे की मानी जाती है। एक दिन यानी 24 घंटे में कुल 24 होरा होती है। हर दिन यानी वार की होरा सूर्योदय से शुरू होती है।
होरा का क्या महत्व है?
होरा का ज्योतिष में काफी महत्व है। इसके जरिए धन-संपत्ति के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। किसी भी तरह की कठिन परिस्थितियों में होरा का उपयोग होता है। इसमें ग्रहों की अहम भूमिका होती है।
होरा चार्ट क्या है?
होरा चार्ट फलादेश के लिए तैयार किया जाता है। हर व्यक्ति की एक राशि होती है और उसी आधार पर उसका स्वभाव और अन्य बातें तय होती हैं। इसी के आधार पर होरा चार्ट भी तैयार किया जाता है।