होम » होरा

आज का होरा भुवनेश्वर के लिए

ज्योतिष शास्त्र में होरा काफी महत्वपूर्ण है। वैदिक ज्योतिष में जितना महत्व ग्रह-नक्षत्र, मुहूर्त, तिथि, वार आदि का है, उतना ही महत्व होरा का भी है। होरा भारत में समय की गणना का एक प्राचीन उपाय है। होरा का कुल योग 96 मिनट है, जो मोटे तौर पर प्रत्येक मंडल में 24 मिनट के बराबर है।

आज का होरा Tue, 21 Oct 2025

Bhubaneshwar
शुभ
अशुभ
सामान्य
राहु काल
दिन होरा 05:42
मंगल – आक्रामक 05:42 – 06:40
सूर्य – जोरदार 06:40 – 07:38
शुक्र – लाभकारी 07:38 – 08:36
बुध – त्वरित 08:36 – 09:34
चंद्र – कोमल 09:34 – 10:32
शनि – सुस्त 10:32 – 11:30
गुरु – फलदायी 11:30 – 12:28
मंगल – आक्रामक 12:28 – 13:26
सूर्य – जोरदार 13:26 – 14:24
शुक्र – लाभकारी 14:24 – 15:22
बुध – त्वरित 15:22 – 16:20
चंद्र – कोमल 16:20 – 17:19
रात्रि होरा 17:19
शनि – सुस्त 17:19 – 18:21
गुरु – फलदायी 18:21 – 19:23
मंगल – आक्रामक 19:23 – 20:25
सूर्य – जोरदार 20:25 – 21:27
शुक्र – लाभकारी 21:27 – 22:29
बुध – त्वरित 22:29 – 23:31
चंद्र – कोमल 23:31 – 00:33
शनि – सुस्त 00:33 – 01:35
गुरु – फलदायी 01:35 – 02:37
मंगल – आक्रामक 02:37 – 03:39
सूर्य – जोरदार 03:39 – 04:41
शुक्र – लाभकारी 04:41 – 05:43

अपनी पहली कॉल या चैट हमारे विशेषज्ञ ज्योतिषियों से निःशुल्क करें – अभी बात करें!

सभी देखें

होरा का महत्व

होरा में प्रत्येक वार का महत्व है। हर वार के हिसाब से गणना भी अलग-अलग होती है। आइए यहां प्रत्येक होरा के महत्व के बारे में जानते हैं।

सू्र्य यानी रवि होरा

सूर्य होरा की बात करें तो इस होरा मुहूर्त का उपयोग राजनीतिक कार्यों, सरकारी अधिकारियों से मिलने, नौकरी के लिए आवेदन करने, कोर्ट से संबंधित लेन-देन और खरीदारी आदि के लिए सूर्य होरा मुहूर्त को शुभ माना जाता है। सूर्य होरा माणिक्य धारण करने के लिए भी शुभ माना जाता है।

चंद्रमा होरा

चंद्रमा होरा में स्थान परिवर्तन किया जाता है। इस होरा का उपयोग आवास में परिवर्तन, यात्रा, संपत्ति से संबंधित मामलों, प्रेम संबंधों में प्रिय से मुलाकात, आभूषण की खरीदारी,, कपड़ों आदि की बिक्री, पानी से जुड़े कार्यों के साथ ही रचनात्मक और कलात्मक कार्यों के लिए किया जाता है। चंद्रमा की होरा में मोती धारण किया जा सकता है।

मंगल होरा

कृषि से जुड़े मामलों, वाहन की खरीद-बिक्री, इलेक्ट्रिकल और इंजीनियरिंग के कार्यों के लिए मंगल होरा का उपयोग होता है। इसके साथ ही ऋण देने और लेने, युद्ध कला आदि के लिए भी शुभ है। नई नौकरी में शामिल होने के लिए समय अच्छा है। इस होरा में मूंगा या कैट आई धारण कर सकते हैं।

बुध होरा

व्यवसाय और दवा से संबंधित मामलों के लिए बुध की होरा शुभ मानी जाती है। इसके अलावा सीखने-पढ़ने, ज्योतिष, धार्मिक कार्यों, लेखन, प्रिंटिंग आदि कार्यों, आभूषण की खरीदारी के लिए भी बुध होरा शुभ होती है। बुध की होरा में पन्ना रत्न धारण किया जा सकता है।

बृहस्पति होरा

देव गुरु बृहस्पति की होरा सभी शुभ कार्यों के लिए शुभ मानी जाती है। इस होरा में नौकरी ज्वाइन करने, व्यापार शुरू करने, कोई नया कोर्स शुरू करने के साथ ही कोर्ट कचहरी से जुड़े मामलों के लिए बुध की होरा शुभ है। इसमें धार्मिक कार्य, तीर्थ यात्र आदि के लिए भी यह होरा शुभ है। इस होरा में पुखराज धारण कर सकते हैं।

शुक्र होरा

प्रेम और विवाह, आभूषण की खरीद बिक्री, एंटरटेनमेंट, वाहन की खरीदारी आदि के लिए शुक्र की होरा शुभ होती है। इस होरा में हीरा, ओपल या नए वस्त्र भी धारण कर सकते हैं।

शनि होरा

मेहनतकश लोगों के लिए शनि की होरा अच्छी मानी जाती है। इसके अलावा तेल और लोहे से संबंधित व्यापार के लिए भी शनि की होरा उपयुक्त होती है। इस होरा काल में नीलम या गोमेद धारण किया जा सकता है।

महत्वपूर्ण शुभ मुहूर्त

उद्वेग मुहूर्त
ज्योतिष में सूर्य के प्रभाव को आमतौर पर अशुभ माना गया है इसीलिए इसे उद्वेग के रूप में चिह्नित किया जाता है। हालांकि, इस चौघड़िया में सरकारी कार्यों को किया जा सकता है।
लाभ मुहूर्त
बुध ग्रह भी शुभ और लाभदायक ग्रह है इसलिए इसे लाभ के रूप में चिह्नित किया गया है। लाभ के चौघड़िया में शिक्षा या किसी विद्या को सिखने का कार्य प्रारंभ किया जाता है तो वह फलदायी होता है।
चर मुहूर्त
शुक्र को एक शुभ और लाभकारी ग्रह माना जाता है। इसलिए इसे चर या चंचल रूप में चिह्नित किया गया है। शुक्र की चर प्रकृति के कारण, चर चौघड़िया को यात्रा उद्देश्य के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है।
अमृत मुहूर्त
चंद्र ग्रह अति शुभ और लाभकारी ग्रह है। इसीलिए इसे अमृत के रूप में चिह्नित किया गया है। अमृत चौघड़िया को सभी प्रकार के कार्यों के लिए अच्छा माना जाता है।
काल मुहूर्त
शनि एक पापी ग्रह है इसीलिए इसे काल के रूप में चिह्नित किया गया है। काल चौघड़िया के दौरान कोई शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। हालांकि, कुछ मामलों में धनोपार्जन हेतु की जाने वाली गतिविधियों के लिए यह लाभदायक सिद्ध हो सकता है।
रोग मुहूर्त
मंगल एक क्रूर और अनिष्टकारी ग्रह है। इसलिए इसे रोग के रूप में चिह्नित किया गया है। रोग चौघड़िया के दौरान कोई शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। लेकिन युद्ध में शुत्र को हराने के लिए रोग चौघड़िया की अनुशंसा की जाती है।
शुभ मुहूर्त
बृहस्पति अत्यंत ही शुभ ग्रह है और यह लाभकारी ग्रह माना गया है। इसलिए इसे शुभ के रूप में चिह्नित किया जाता है। शुभ चौघड़िया को विशेष रूप से विवाह समारोह आयोजित करने के लिए उपयुक्त माना जाता है।

त्यौहार कैलेंडर

सभी देखें

3 Sep

परिवर्तिनी एकादशी

4 Sep

वामन जयंती

5 Sep

ओणम

6 Sep

अनंत चतुर्दशी

6 Sep

गणपति विसर्जन

17 Sep

विश्वकर्मा जयंती

विश्वकर्मा जयंती एक हिंदू त्योहार है जो दिव्य वास्तुकार और शिल्पकारों, कारीगरों और इंजीनियरों के संरक्षक देवता भगवान विश्वकर्मा के सम्मान में प्रतिवर्ष मनाया जाता है।

17 Sep

इन्दिरा एकादशी

17 Sep

विश्वकर्मा पूजा

हिंदू धर्म में देवताओं के शिल्पकार विश्वकर्मा को ही समस्त यांत्रिक ज्ञान का प्रतीक माना जाता है। विश्वकर्मा जयंती पर उनकी पूजा की जाती है। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार सभी हिंदू देवी – देवताओं के अस्त्र-शस्त्र विश्वकर्मा के ही द्वारा बनाए गए हैं। इस दिन उनके अनुयायी तथा भक्त पूजा कर उनका आशीर्वाद लेते हैं तथा अपने टेक्निकल प्रोफेशन में एक्सपर्टीज पाने के वरदान की कामना करते हैं।

21 Sep

महालया अमावस्या

21 Sep

सर्व पितृ अमावस्या

22 Sep

नवरात्रि रंगोली

22 Sep

नवरात्रि भोग

22 Sep

नवरात्रि प्रसाद

22 Sep

शरद नवरात्रि 2025

22 Sep

माँ नवदुर्गा

22 Sep

नवरात्रि का पहला दिन

22 Sep

नवरात्रि में दर्शन हेतु मंदिर

22 Sep

नवरात्रि फूल

22 Sep

घटस्थापना

23 Sep

नवरात्रि का दूसरा दिन

23 Sep

माँ ब्रह्मचारिणी

24 Sep

नवरात्रि का तीसरा दिन

24 Sep

चंद्रघंटा

26 Sep

नवरात्रि का चौथा दिन

26 Sep

माँ कुष्मांडा

27 Sep

स्कंदमाता

27 Sep

नवरात्रि का पांचवा दिन

28 Sep

नवरात्रि का छठा दिन

29 Sep

नवरात्रि का सातवां दिन

30 Sep

माँ महागौरी

30 Sep

नवरात्रि का आठवां दिन

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

होरा क्या होता है?

ज्योतिष में होरा का काफी महत्व है। यह कुंडली विश्लेषण के महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है। होरा की अवधि एक गंटे की मानी जाती है। एक दिन यानी 24 घंटे में कुल 24 होरा होती है। हर दिन यानी वार की होरा सूर्योदय से शुरू होती है।

होरा का क्या महत्व है?

होरा का ज्योतिष में काफी महत्व है। इसके जरिए धन-संपत्ति के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। किसी भी तरह की कठिन परिस्थितियों में होरा का उपयोग होता है। इसमें ग्रहों की अहम भूमिका होती है।

होरा चार्ट क्या है?

होरा चार्ट फलादेश के लिए तैयार किया जाता है। हर व्यक्ति की एक राशि होती है और उसी आधार पर उसका स्वभाव और अन्य बातें तय होती हैं। इसी के आधार पर होरा चार्ट भी तैयार किया जाता है।

Exit mobile version