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आज का होरा अहमदाबाद के लिए

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ज्योतिष शास्त्र में होरा काफी महत्वपूर्ण है। वैदिक ज्योतिष में जितना महत्व ग्रह-नक्षत्र, मुहूर्त, तिथि, वार आदि का है, उतना ही महत्व होरा का भी है। होरा भारत में समय की गणना का एक प्राचीन उपाय है। होरा का कुल योग 96 मिनट है, जो मोटे तौर पर प्रत्येक मंडल में 24 मिनट के बराबर है।

आज का होरा Sat, 21 Jun 2025

Ahmedabad
शुभ
अशुभ
सामान्य
Rahu kaal राहु काल
Full Sunदिन होरा Full Sun 05:53
Half sun शनि – सुस्त 05:53 – 07:01
Half sun गुरु – फलदायी 07:01 – 08:09
Half sun मंगल – आक्रामक 08:09 – 09:17
Half sun सूर्य – जोरदार 09:17 – 10:25
Half sun शुक्र – लाभकारी 10:25 – 11:33
Half sun बुध – त्वरित 11:33 – 12:41
Half sun चंद्र – कोमल 12:41 – 13:49
Half sun शनि – सुस्त 13:49 – 14:57
Half sun गुरु – फलदायी 14:57 – 16:05
Half sun मंगल – आक्रामक 16:05 – 17:13
Half sun सूर्य – जोरदार Taurus Horoscope 2022 17:13 – 18:21
Half sun शुक्र – लाभकारी 18:21 – 19:29
Full Sun रात्रि होरा Full Sun 19:29
Half sun बुध – त्वरित 19:29 – 20:21
Half sun चंद्र – कोमल 20:21 – 21:13
Half sun शनि – सुस्त 21:13 – 22:05
Half sun गुरु – फलदायी 22:05 – 22:57
Half sun मंगल – आक्रामक 22:57 – 23:49
Half sun सूर्य – जोरदार 23:49 – 00:41
Half sun शुक्र – लाभकारी 00:41 – 01:33
Half sun बुध – त्वरित 01:33 – 02:25
Half sun चंद्र – कोमल 02:25 – 03:17
Half sun शनि – सुस्त 03:17 – 04:09
Half sun गुरु – फलदायी 04:09 – 05:01
Half sun मंगल – आक्रामक 05:01 – 05:53

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होरा का महत्व

होरा में प्रत्येक वार का महत्व है। हर वार के हिसाब से गणना भी अलग-अलग होती है। आइए यहां प्रत्येक होरा के महत्व के बारे में जानते हैं।

सू्र्य यानी रवि होरा

सूर्य होरा की बात करें तो इस होरा मुहूर्त का उपयोग राजनीतिक कार्यों, सरकारी अधिकारियों से मिलने, नौकरी के लिए आवेदन करने, कोर्ट से संबंधित लेन-देन और खरीदारी आदि के लिए सूर्य होरा मुहूर्त को शुभ माना जाता है। सूर्य होरा माणिक्य धारण करने के लिए भी शुभ माना जाता है।

चंद्रमा होरा

चंद्रमा होरा में स्थान परिवर्तन किया जाता है। इस होरा का उपयोग आवास में परिवर्तन, यात्रा, संपत्ति से संबंधित मामलों, प्रेम संबंधों में प्रिय से मुलाकात, आभूषण की खरीदारी,, कपड़ों आदि की बिक्री, पानी से जुड़े कार्यों के साथ ही रचनात्मक और कलात्मक कार्यों के लिए किया जाता है। चंद्रमा की होरा में मोती धारण किया जा सकता है।

मंगल होरा

कृषि से जुड़े मामलों, वाहन की खरीद-बिक्री, इलेक्ट्रिकल और इंजीनियरिंग के कार्यों के लिए मंगल होरा का उपयोग होता है। इसके साथ ही ऋण देने और लेने, युद्ध कला आदि के लिए भी शुभ है। नई नौकरी में शामिल होने के लिए समय अच्छा है। इस होरा में मूंगा या कैट आई धारण कर सकते हैं।

बुध होरा

व्यवसाय और दवा से संबंधित मामलों के लिए बुध की होरा शुभ मानी जाती है। इसके अलावा सीखने-पढ़ने, ज्योतिष, धार्मिक कार्यों, लेखन, प्रिंटिंग आदि कार्यों, आभूषण की खरीदारी के लिए भी बुध होरा शुभ होती है। बुध की होरा में पन्ना रत्न धारण किया जा सकता है।

बृहस्पति होरा

देव गुरु बृहस्पति की होरा सभी शुभ कार्यों के लिए शुभ मानी जाती है। इस होरा में नौकरी ज्वाइन करने, व्यापार शुरू करने, कोई नया कोर्स शुरू करने के साथ ही कोर्ट कचहरी से जुड़े मामलों के लिए बुध की होरा शुभ है। इसमें धार्मिक कार्य, तीर्थ यात्र आदि के लिए भी यह होरा शुभ है। इस होरा में पुखराज धारण कर सकते हैं।

शुक्र होरा

प्रेम और विवाह, आभूषण की खरीद बिक्री, एंटरटेनमेंट, वाहन की खरीदारी आदि के लिए शुक्र की होरा शुभ होती है। इस होरा में हीरा, ओपल या नए वस्त्र भी धारण कर सकते हैं।

शनि होरा

मेहनतकश लोगों के लिए शनि की होरा अच्छी मानी जाती है। इसके अलावा तेल और लोहे से संबंधित व्यापार के लिए भी शनि की होरा उपयुक्त होती है। इस होरा काल में नीलम या गोमेद धारण किया जा सकता है।

महत्वपूर्ण शुभ मुहूर्त

उद्वेग मुहूर्त
ज्योतिष में सूर्य के प्रभाव को आमतौर पर अशुभ माना गया है इसीलिए इसे उद्वेग के रूप में चिह्नित किया जाता है। हालांकि, इस चौघड़िया में सरकारी कार्यों को किया जा सकता है।
लाभ मुहूर्त
बुध ग्रह भी शुभ और लाभदायक ग्रह है इसलिए इसे लाभ के रूप में चिह्नित किया गया है। लाभ के चौघड़िया में शिक्षा या किसी विद्या को सिखने का कार्य प्रारंभ किया जाता है तो वह फलदायी होता है।
चर मुहूर्त
शुक्र को एक शुभ और लाभकारी ग्रह माना जाता है। इसलिए इसे चर या चंचल रूप में चिह्नित किया गया है। शुक्र की चर प्रकृति के कारण, चर चौघड़िया को यात्रा उद्देश्य के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है।
अमृत मुहूर्त
चंद्र ग्रह अति शुभ और लाभकारी ग्रह है। इसीलिए इसे अमृत के रूप में चिह्नित किया गया है। अमृत चौघड़िया को सभी प्रकार के कार्यों के लिए अच्छा माना जाता है।
काल मुहूर्त
शनि एक पापी ग्रह है इसीलिए इसे काल के रूप में चिह्नित किया गया है। काल चौघड़िया के दौरान कोई शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। हालांकि, कुछ मामलों में धनोपार्जन हेतु की जाने वाली गतिविधियों के लिए यह लाभदायक सिद्ध हो सकता है।
रोग मुहूर्त
मंगल एक क्रूर और अनिष्टकारी ग्रह है। इसलिए इसे रोग के रूप में चिह्नित किया गया है। रोग चौघड़िया के दौरान कोई शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। लेकिन युद्ध में शुत्र को हराने के लिए रोग चौघड़िया की अनुशंसा की जाती है।
शुभ मुहूर्त
बृहस्पति अत्यंत ही शुभ ग्रह है और यह लाभकारी ग्रह माना गया है। इसलिए इसे शुभ के रूप में चिह्नित किया जाता है। शुभ चौघड़िया को विशेष रूप से विवाह समारोह आयोजित करने के लिए उपयुक्त माना जाता है।

त्यौहार कैलेंडर

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5 Jun

गंगा दशहरा

गंगा दशहरा ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दौरान आता है और अंग्रेजी कैलंडर के अनुसार मई या जून के महीने में आता है। गंगा दशहरा को गंगावतरण के नाम से भी जाना जाता है, जिसका अर्थ है गंगा का अवतरण।

5 Jun

विश्व पर्यावरण दिवस

औद्योगिक क्रांति के साथ विश्व विकास की ओर आगे कदम बढ़ा रहा है। लेकिन विकास की इस दौड़ में हम प्रकृति को भूल गए। इसी का नतीजा है कि आज हमें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

6 Jun

निर्जला एकादशी

निर्जला एकादशी को भगवान विष्णु के देवताओं द्वारा सबसे शुभ और फलदायी एकादशी माना जाता है। अधिकांश हिंदू देवता जो भगवान विष्णु का अनुसरण करते हैं और उनकी पूजा करते हैं, इस दिन 24 घंटे उपवास रखते हैं।

6 Jun

गायत्री जयंती

गायत्री जयंती देवी गायत्री की जयंती मनाती है। उन्हें वेद की देवी कहा जाता है, और इसलिए भक्त उन्हें वेद माता के रूप में भी याद करते हैं।

9 Jun

वैकासी विसाकम

भगवान मुरूगन यानि कार्तिकेय के जन्मदिवस के रूप में वैकासी विसाकम को मनाया जाता है। ज्यादातर वैकासी विसाकम का त्योहार मई या जून के महीने में पड़ता है। जब विशाखा नक्षत्र पूर्णिमा के साथ आता है, तभी वैकासी विसाकम को मनाया जाता है।

10 Jun

ज्येष्ठ पूर्णिमा

हिंदू पंचांग के अनुसार, हिंदू कैलेंडर का तीसरा महीना ज्येष्ठ है। इस समय पृथ्वी जबरदस्त गर्म हो जाती है। यही कारण है कि कई नदियां और तालाब सूख जाते हैं या उनका जल स्तर कम हो जाता है।

14 Jun

कृष्णपिंगला संकष्टी चतुर्थी

कृष्ण पिंगला संकष्टी चतुर्थी जिसको संकट गणेश चौथ के नाम से भी जाना जाता है। यह दिन भगवान गणेश का होता है। कहा जाता है कि इस दिन भगवान गणेश पृथ्वी पर ही विराजमान होते हैं।

15 Jun

21 Jun

योगिनी एकादशी

योगिनी एकादशी निर्जला एकादशी के बाद औऱ देवशयनी एकादशी के पहले आती है। अगर इसकी तिथि की बात करें तो उत्त भारतीय पंचांग के मुताबिक यह आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष और दक्षिण भारतीय पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष में आती है।

21 Jun

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

आज के दौर में काम का अनियंत्रित समय मानव जीवन पर महत्वपूर्ण असर डाल रहा है। इससे उपजे तनाव, चिंता, नकारात्मकता और हताशा से समय-समय पर छुटकारा पाना जरूरी हो गया है।

25 Jun

आषाढ़ अमावस्या

हिन्दू धर्म में चंद्रोदय का कफी महत्व होता है। इसी से शुक्ल और कृष्ण पक्ष का निर्धारण होता है। जहां तक अमावस्या की रात की बात करें तो यह हर माह में एक बार आती है। इस दिन पूजन और दान-पुण्य का काफी महत्व है और इस व्रत से काफी शुभ फल की प्राप्ति होती है।

27 Jun

जगन्नाथ रथयात्रा

भारत के सबसे बड़े धार्मिक त्योहारों में से एक जगन्नाथ पुरी रथ यात्रा इस साल 27 जून 2025 से शुरू हो रही है। यह त्योहार इस मायने में अनूठा है कि तीन हिंदू देवताओं को उनके मंदिरों से एक जुलूस में उनके भक्तों से मिलवाने के लिए ले जाया जाता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

होरा क्या होता है?

ज्योतिष में होरा का काफी महत्व है। यह कुंडली विश्लेषण के महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है। होरा की अवधि एक गंटे की मानी जाती है। एक दिन यानी 24 घंटे में कुल 24 होरा होती है। हर दिन यानी वार की होरा सूर्योदय से शुरू होती है।

होरा का क्या महत्व है?

होरा का ज्योतिष में काफी महत्व है। इसके जरिए धन-संपत्ति के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। किसी भी तरह की कठिन परिस्थितियों में होरा का उपयोग होता है। इसमें ग्रहों की अहम भूमिका होती है।

होरा चार्ट क्या है?

होरा चार्ट फलादेश के लिए तैयार किया जाता है। हर व्यक्ति की एक राशि होती है और उसी आधार पर उसका स्वभाव और अन्य बातें तय होती हैं। इसी के आधार पर होरा चार्ट भी तैयार किया जाता है।

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