आज का पंचांग या दैनिक पंचांग आपका हिंदू दिवस कैलेंडर या तिथि कैलेंडर का दैनिक अद्यतन है, जो खगोलीय पिंडों (चंद्रमा और नक्षत्र) की स्थिति और गति पर आधारित है। यह सर्वश्रेष्ठ ज्योतिषियों द्वारा सर्वोत्तम सटीकता के लिए ज्योतिष में अपार ज्ञान और अनुभव के साथ तैयार किया गया है। इस पंचांग में हिंदू कैलेंडर के अनुसार आज की तिथि (हिंदू तिथि) शामिल है, या जैसा कि कुछ इसे भारतीय कैलेंडर कह सकते हैं।
कृष्णपक्ष सप्तमी
Thu, 17 Jul 2025July
2082 सिद्धार्थी(Mumbai India)
व्रत और उपवास
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Ashadha, Shukla Ashtami
July 03, 2025 (Thursday)
11:58 AM, Jul 02 to 02:06 PM, Jul 03
Ashadha, Shukla Ekadashi
July 06, 2025 (Sunday)
06:58 PM, Jul 05 to 09:14 PM, Jul 06
Ashadha, Shukla Purnima
July 10, 2025 (Thursday)
01:36 AM, Jul 10 to 02:06 AM, Jul 11
Shravana, Krishna Chaturthi
July 14, 2025 (Monday)
01:07 AM, Jul 14 to 11:57 PM, Jul 14
Karka Sankranti, Simha Sankranti
July 16, 2025 (Wednesday)
Shravana, Krishna Ekadashi
July 21, 2025 (Monday)
12:12 PM, Jul 20 to 09:38 AM, Jul 21
Shravana, Krishna Amavasya
July 24, 2025 (Thursday)
02:28 AM, Jul 24 to 12:40 AM, Jul 25
Shravana, Shukla Chaturthi
July 28, 2025 (Monday)
10:41 PM, Jul 27 to 11:24 PM, Jul 28
पंचांग 2025, अपने दिन के लिए अच्छी योजना बनाएं
आज का पंचांग या दैनिक पंचांग (panchang), हिंदू दिवस कैलेंडर या तिथि कैलेंडर के विषय में बताता है, जो खगोलीय पिंडों (चंद्रमा और नक्षत्र) की स्थिति और गति पर आधारित है। इसे अपार ज्ञानी और अनुभवी ज्योतिषियों द्वारा सटीक गणना के आधार पर तैयार किया जाता है। आज का पंचांग में हिंदू कैलेंडर के अनुसार आज की तिथि को शामिल किया गया है, जिसे भारतीय कैलेंडर के नाम से भी जाना जाता है।
हालांकि ऑनलाइन दैनिक पंचांग ना केवल आज और कल की तिथि के बारे में सही ढंग से बताता है, बल्कि इससे आपको वार (दिन), हिंदू महीना, वर्ष (विक्रम संवत्), लग्न कुंडली, राशियों, नक्षत्र (नक्षत्र), योग (चंद्र-सूर्य दिवस) और उगते सूर्य (सूर्योदय) के समय के बारे में सबसे सटीक जानकारी मिलेगी। कई लोग कुछ शुभ काम शुरू करने से पहले पंचांग और उसके समय में विश्वास करते हैं । उसके लिए पंचांग आपको मुहूर्त और चौघड़िया का सही समय प्रदान करता है।
सबसे अच्छी बात, पंचांग आपको किसी खास दिन, व्रत तथा त्योहारों के बारे में बताएंगे, कर्ण (चंद्र दिन का आधा) चल रहे पखवाड़े किसका होगा – शुक्ल पक्ष या कृष्ण पक्ष (यह बढ़ता हुआ चंद्रमा या घटता हुआ चंद्रमा) और इसके अलावा बहुत कुछ बताता है।
हिंदू कैलेंडर या पंचांग ऊर्जा के पांच स्रोतों का प्रतिनिधित्व करता है। पंचांग एक संस्कृत शब्द है, जिसका अनुवाद पांच अंगों (अंग) के रूप में किया जाता है।इन्हें दिन के पांच खंडों में बांटा गया है, इसलिए इसे पंचांग के रूप में जाना जाता है। ये दोनों दृश्यमान और अदृश्य स्रोत और ऊर्जा के पहलू हैं, जैसे समय-क्षेत्र, तिथि, समय आदि।
ज्योतिषी, नवजात शिशुओं और दूसरे लोगों की कुंडली तैयार करने के लिए पंचांग का उपयोग करते हैं। पंचांग की मदद से जन्म कुंडली तैयार करके वे संभावित वर-वधु के लिए कुंडली का मिलान भी कर सकते हैं। किसी खास दिन के शुभ समय, चौघड़िया के बारे में अधिक जानने के लिए और श्रेष्ठ मार्गदर्शन के लिए हमारे ज्योतिषियों से बात करें।