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मिथुनराशि

संस्कृत या वैदिक नाम: : मिथुन

विशेषता : आउटगोइंग, अडोप्टेबल, मजाकिया, इटेलिजेंट और क्यूरियस

गहरी इच्छा : नयी जगहें एक्सप्लोर करना और नयी चीजें सीखना

उल्लेखनीय गुण : नयी चीजें सीखने की क्षमता, एक्सेसेबल, एक्सप्रेसिव, एडवेंचरस, एंटरटेनिंग और कंविंसिंग

जीवन के लिए आदर्श वाक्य : लाइफ में वैरिएशन

राशिचक्र में 61 से 90 डिग्री तक के क्षेत्र को मिथुन राशि के नाम से जाना जाता है। राशि क्रम में मिथुन का नंबर तीसरा है, और यह वायु तत्व की पहली राशि है। मिथुन राशि के प्रकार या स्वभाव की बात करें तो यह एक म्यूटेबल मतलब परिवर्तनशील राशि है। मिथुन राशि दो अलग – अलग पर्सनेलिटी को रिप्रेजेंट करती है और आप हमेशा इस बात को समझने में फेल होंगे कि आपका सामना किस पर्सनेलिटी से हो रहा है। हालांकि मिथुन राशि के लोगों में कुछ चीजें सामान्य होती है, जैसे वे मिलनसार, बातूनी, चिड़चिडे़ और रोमांच के लिए सदैव तैयार होते हैं। यदि मिथुन को एक लाइन में कोई चीज एक्सप्लेन करना हो तो आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है मिथुन पर सूट करती है।

क्या आप मिथुन राशि के जातक के बारे में जानना चाहते हैं? यहां पढ़ें विस्तार से.

मिथुन राशि में बच्चों की मासूमियत होती है, लेकिन उनका दोहरा चरित्र उन्हें एक दूसरे के विपरीत करने का काम करता है। मिथुन के राशि चिह्न उनकी पर्सनेलिटी के दो अपोजिट साइड दिखाता है। वे कम्युनिकेशन में माहिर होते हैं और बहुत मजाकिया हो सकते हैं जिससे वे अपने लिए कुछ अच्छे दोस्त बना सकते हैं।

मिथुन राशि के लोग हर काम बेहद कुशलता से कर सकते हैं, जिनमें दिमाग का उपयोग होता है। बुध से सीधा संबंध होने के कारण वे कम्युनिकेशन, लेखन और बुद्धि से जुड़े हर काम को बखूबी पूरा कर सकते हैं। अपने बातूनी स्वभाव के कारण वे किसी भी उम्र के व्यक्तियों के साथ बड़ी ही आसानी से जुड़ जाते हैं। अपनी बौद्धिक क्षमता के कारण वे हमेशा युक्तिसंगत हो सकते हैं और उनके पास हमेशा किसी भी काम के लिए प्लान बी तैयार होता है। मिथुन राशि के लोगों को नया करने और नया सीखने में बड़ा मजा आता है, इसलिए उनके लिए कहा जाता है कि वे कभी उदास नहीं होते हैं।

जानना चाहते हैं कि मिथुन महिला कैसी होती है? यहां पढ़ें.

Dates of मिथुन Zodiac Sign : May 21- June 21

22 मई से 21 जून के बीच जन्म लेने वाले व्यक्तियों को मिथुन राशि के जातकों की श्रेणी में रखा जाता है। एक डेकन तीन 10-दिनों का स्लॉट है जो प्रत्येक सूर्य चिन्ह को विभाजित करता है। अन्वेषण करें कि कैसे विभाजन मिथुन राशि के लोगों के व्यक्तित्व में अंतर ला सकता है।

Quick Insight Into मिथुन राशि

मिथुन राशि चिह्न

मिथुन राशि चिह्न

मिथुन राशि का चिह्न जुड़वां है, जो उनके भीतरी द्वंद्व को दर्शाता है। यह आपके व्यवहार की विसंगति को भी दर्शाता है, जैसे उदाहरण के लिए यदि आज आप एक बात के पक्ष में हो लेकिन अगली बार आप उसके विपक्ष में भी हो सकते हैं। आप एक ही समय में प्यार और नफरत महसूस कर सकते हैं। वास्तव में कभी कभी आपके लिए अपनी प्यार और नफरत की भावनाओं में अंतर करना भी मुश्किल हो जाता हैं। यह न केवल दूसरों को भ्रम में डालता हैं, बल्कि उन्हें कन्फ्यूज भी करता है। इसका प्रभाव आपकी डिसीजन मेकिंग पर भी होता है।
मिथुन राशि का लॉर्ड - बुध (मरक्यूरी)

मिथुन राशि का लॉर्ड - बुध (मरक्यूरी)

मिथुन राशि पर बुध का स्वामित्व होता है, वैदिक ज्योतिष में बुध को बुद्धि और कम्युनिकेशन से जुड़ी चीजों का स्वामी माना गया है। सौरमंडल का सबसे तेज ग्रह होने के कारण इसका असर आपके विचारों पर साफ तौर से देखा जा सकता है। बुध आपको भाषायी कौशल और तार्किक शक्ति तो देता है, लेकिन इसका प्रभाव आपके दिमाग को बेचैन और चंचल भी बनाता हैं। यह आपको बातें करने और सुनने वाला तो बनाता हैं लेकिन कार्य करने के लिए इंस्पायर नहीं करता है।
मिथुन का रूलिंग हाउस - थर्ड

मिथुन का रूलिंग हाउस - थर्ड

मिथुन चार्ट के थर्ड हाउस को कंट्रोल करता है, इस घर का संबंध आपके पराक्रम और नये विचारों से होता है। तीसरा घर का सीधा संबंध कम्युनिकेशन और उससे संबंधित सभी पहलुओं को प्रभावित करता हैं। यह आपके आसपास के अन्य कई क्षेत्रों जैसे फैमिली और करीबी दोस्तों के साथ बातचीत के लिए रेस्पाॅन्सिबल होता हैं। तीसरे भाव का संबंध टूरिज्म से भी होता है, फिर चाहे वह आपके इंट्रेस्ट के लिए हो या काम के लिए।
मिथुन तत्व राशि - वायु (एयर)

मिथुन तत्व राशि - वायु (एयर)

मिथुन राशि चक्र का पहला एयर साइन है, इसके अलावा तुला और कुंभ भी वायु तत्व की राशियां है। वायु तत्व मन, बु़द्धि और कम्युनिकेशन से संबंधित चीजों का प्रतिनिधित्व करती है। मिथुन राशि के लोगों के भाषायी फ्लो के पीछे भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर एयर साइन का ही हाथ होता है। वायु तत्व का जो निरंतर प्रवाह को दर्शाता है। वायु का लगातार दिशा बदलने का गुण कहीं न कहीं आपकी अस्थिरता को भी दर्शाता है। हालांकि वायु तत्व के इस गुण उपयोग आप अपने लाभ के लिए भी करते हैं, जब आप किसी एक समस्या के हल के लिए अलग - अलग तरह से सोचते हैं, तो यह वायु तत्व के ही कारण संभव हो पाता है। मिथुन, अपनी राशि से संबंधित तत्वों के बारे में पढ़ें।
मिथुन राशि का प्रकार - म्यूटेबल (परिवर्तनशील)

मिथुन राशि का प्रकार - म्यूटेबल (परिवर्तनशील)

मिथुन एक फास्ट और अडाॅप्टेबल म्यूटेबल साइन है, जो किसी छोटी और बहुत पुरानी बात को भी नहीं भूलते हैं। डूअल पर्सनेलिटी उन्हें बदलावों के प्रति अधिक फ्लेक्सीबल और कंफर्टेबल बनाती हैं। म्यूटेबल साइन उन्हें अधिक आसानी से बदलाव को स्वीकार करने में मदद करता है।
मिथुन जन्म का रत्न - पन्ना (एमरल्ड)

मिथुन जन्म का रत्न - पन्ना (एमरल्ड)

मिथुन राशि के लोगों के लिए पन्ना भाग्यशाली रत्न माना जाता है। पन्ना मिथुन जातकों के आध्यात्मिक पक्ष को भी जगाने का काम करता है। यह मिथुन राशि के लोगों को आनंद, खुशी और शांति महसूस करने और उसे दूसरे के साथ व्यवहार को अच्छा रखने में हेल्प करता है। एमराल्ड को इमोशनल वेल बीइंग, स्ट्रेंथ और लोगों के साथ जुड़ने और उनके साथ संबंधों को जीवित रखने के लिए यूज किया जाता है। हालांकि सलाह यही रहती है कि आप सीधे कोई भी रत्न धारण ना करें। कुंडली के ज्योतिषीय विश्लेषण के अनुसार ही कोई रत्न धारण किया जाना चाहिए।
मिथुन रंग - ग्रीन (हरा)

मिथुन रंग - ग्रीन (हरा)

बुध का प्रिय रंग हरा है, मिथुन जातकों के लिए हरा रंग सदैव लाभदायक रहता है। हरे कलर को मेंटल पीस के साथ भी जोड़कर देखा जाता है, क्योंकि यह रंग आपकी मानसिक उथल पुथल को शांत करने में अहम भूमिका निभाता है। मिथुन राशि के लोगों के लिए हरे रंग की चीजें भाग्यदायक होती है, इससे उन्हे अपनी डुअल पर्सनेलिटी में होने वाली उथल पुथल को शांत करने में मदद मिलती है।

मिथुन अनुकूलता

असंगत : वृषभ, मिथुन, कन्या, धनु

तटस्थ मिलान : कर्क, वृश्चिक, मकर, मीन

राशिचक्र के क्रम में मिथुन के लिए अनुकूल रहने वाली राशियों की बात करें तो मेष के साथ मिथुन की जोड़ी बेहतर दिखाई देती है। मिथुन और मेष में एक फ्लो देखने को मिलता है, इन दोनों की जोड़ी साथ में कारगर साबित हो सकती है। मेष के बाद जिस जोड़ी के साथ मिथुन के अच्छे संबंधों की नींव रखी जा सकती है उनमे खुद मिथुन है। मिथुन – मिथुन राशि के लोग यदि साथ आते हैं तो वे एक बेहतर जोड़ी का निर्माण कर सकते हैं। मिथुन और तुला की जोड़ी भी बेहद चिलचस्प हो सकती है, क्योंकि दोनों ही फन लविंग है और क्यूरियस है। यदि कुंभ के साथ मिथुन की अनुकूलता मापी जाए तो दोनों ही क्रिएटिव, करेजियस और इंडीपेंडेट राशियां है, इनका एक साथ आने पर एक सफल जोड़ी की उम्मीद की जा सकती है। वहीं वृषभ या कन्या राशि के साथ मिथुन को तालमेल बैठाने में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। धनु के साथ भी मिथुन के संबंधों को अधिक कारगर नहीं माना जा सकता क्योंकि दोनों ही अलग-अलग नेचर की राशियां है और एक साथ आने पर इनके क्रेश होने की संभावना अधिक होती है। कर्क राशि के साथ भी मिथुन के अच्छे संबंधों की उम्मीद नहीं की जा सकती क्योंकि कर्क का इन्ट्रोवर्ट नेचर मिथुन के साथ मेल नहीं खाता। मिथुन के जल तत्व राशि वृश्चिक के साथ भी संबंध एवरेज रहते हैं, क्योंकि वृश्चिक का चुनौतीपूर्ण स्वभाव कुछ मुश्किलें पैदा कर सकता है, फिर भी वे दोनों इसे किसी प्रकार मैनेज करने में सफल होते हैं। मकर की बात करें तो यह राशि मिथुन राशि के लिए एक अनुकूल जोड़ी हो सकती है, जो मिथुन के आवेग को शांत कर सकती है। मीन के साथ ही मिथुन की जोड़ी ठीक ढंग से काम कर सकती है, क्योंकि इनमें एक अलग ही लेवल का रोमांटिक समझ होती है।

यहां मिथुन राशि के बारे में कुछ तथ्य दिए गए हैं, जिन्हें विस्तार से पढ़ें।

मिथुन Lucky Charms
लकी कलर: हरा (ग्रीन)
लकी स्टोन: पन्ना (एमराल्ड)
भाग्यशाली दिन: रविवार
लकी मेटल: कांसा

मिथुन Planetary Governor

  • राशि स्वामी - बुध (मरक्यूरी)

    मिथुन के स्वामी बुध हैं, जो मिथुन राशि के लोगों को कम्युनिकेटिव बनाते हैं। ज्योतिष के अनुसार बुध एक गतिशील और बहुमुखी प्लानेट है। मिथुन की चिट चैट वाली प्रकृति बुध के प्रभाव से भी विकसित होती है। मूल रुप से बुध से संबंधित सभी गुण मिथुन जातकों में देखने को मिलते हैं।

  • मिथुन राशि में उच्च ग्रह - राहु

    प्लेनेटरी पोजिशन के अनुसार मिथुन राशि में राहु को उच्च स्थान प्राप्त होता है। राहु का मिथुन राशि में होना मिथुन राशि के लोगों के लिए बेहद प्राॅफिटेबल माना गया है। इसका कुंडली में मिथुन राशि में बैठना मिथुन जातकों को चिंता और परेशानी के बाद जीत दिलाने का कार्य करता है। मिथुन को राहु से अच्छे परिणाम तभी प्राप्त होते हैं, जब वे हर तरफ से उम्मीद खो चुके होते हैं।

  • मिथुन राशि में नीच ग्रह - केतु

    मिथुन राशि के लिए जहां राहु उच्च ग्रह की भूमिका निभाता है, वहीं केतु इस राशि में नीच स्थान प्राप्त करता है। सामान्य और सीधे शब्दों में कहें तो मिथुन राशि में केतु अच्छे रिजल्ट नहीं देंगा। मिथुन राशि में केतु कष्टदायक होते हैं और इसके प्रभाव में मिथुन राशि के लोग बुरी संगत में पड़ सकते है। धुम्रपान और रहस्यमयी चीजों की ओर आकर्षित करने का कार्य भी केतु ही करता है।

    क्या आप मिथुन डिकन के बारे में जानते हैं ?