
राहु द्वारा शासित और ‘सौ चिकित्सकों’ या ‘खाली वृत्त’ द्वारा प्रतीकित, शतभिषा नक्षत्र उपचार, रहस्य और गहन शोध का प्रतीक है। इसके देवता ‘वरुण’ (ब्रह्मांडीय जल के देव) हैं। वर्ष 2026 आपके लिए मानसिक विस्तार, पुरानी समस्याओं के समाधान और आध्यात्मिक रहस्यों को जानने का वर्ष है। आपकी दूरदर्शिता इस साल आपके लिए सबसे बड़ा हथियार बनेगी।
शतभिषा नक्षत्र 2026 : करियर और बिजनेस
पेशेवर मोर्चे पर, 2026 आपके लिए लीक से हटकर काम करने का वर्ष है। आप पारंपरिक तरीकों के बजाय आधुनिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाएंगे। आईटी, शोध, मनोविज्ञान, चिकित्सा और अंतरिक्ष विज्ञान से जुड़े लोगों के लिए यह वर्ष क्रांतिकारी परिणाम लेकर आएगा। जून और जुलाई के दौरान आपको कार्यक्षेत्र में कुछ गुप्त सूचनाएं या अवसर मिल सकते हैं जो आपके करियर को नई गति देंगे। अपनी योजनाओं को गुप्त रखना आपके लिए फायदेमंद रहेगा। माई पंडित का सुझाव: भीड़ का हिस्सा बनने के बजाय अपनी मौलिकता पर ध्यान दें। आपके विचार भविष्योन्मुखी हैं, उन्हें सही दिशा में क्रियान्वित करें।
शतभिषा नक्षत्र 2026 : प्रेम और संबंध
निजी जीवन में शतभिषा नक्षत्र के जातक इस वर्ष थोड़ा एकांत पसंद करेंगे। आप अपने साथी के साथ गहरा बौद्धिक जुड़ाव चाहेंगे। अप्रैल से जून के बीच रिश्तों में कुछ दूरियां या गलतफहमियां हो सकती हैं, जिन्हें केवल स्पष्ट संवाद से ही सुलझाया जा सकता है। साल के अंत तक आप अपने रिश्तों में एक नई गहराई और विश्वास का अनुभव करेंगे।
शतभिषा नक्षत्र 2026 : वित्त
आर्थिक रूप से यह वर्ष उतार-चढ़ाव के साथ लाभ देने वाला होगा। राहु के प्रभाव के कारण अचानक धन लाभ के योग बनेंगे, लेकिन साथ ही अचानक खर्चे भी आ सकते हैं। स्वास्थ्य सेवाओं या तकनीकी उपकरणों पर खर्च हो सकता है। किसी भी बड़े निवेश से पहले विशेषज्ञों की राय लेना बहुत जरूरी है। साल का अंत आर्थिक स्थिरता के साथ होगा।
शतभिषा नक्षत्र 2026 : स्वास्थ्य
स्वास्थ्य के प्रति आपको बहुत सतर्क रहना होगा। यह नक्षत्र ‘सौ चिकित्सकों’ का है, जो यह संकेत देता है कि छोटी समस्याओं को भी नजरअंदाज न करें। शरीर में विषैले तत्वों (Toxins) के जमाव से बचें और अधिक से अधिक पानी पिएं। योग और आहार शुद्धि आपके लिए संजीवनी का काम करेगी।
शतभिषा नक्षत्र की तिथियां और समय
| दिनांक | दिन | प्रारंभ समय | समाप्ति समय |
|---|---|---|---|
| 21 जनवरी 2026 | बुधवार | 01:58 अपराह्न | 02:27 अपराह्न, 22 जनवरी |
| 17 फरवरी 2026 | मंगलवार | 09:16 अपराह्न | 09:16 अपराह्न, 18 फरवरी |
| 17 मार्च 2026 | मंगलवार | 06:22 पूर्वाह्न | 06:09 पूर्वाह्न, 18 मार्च |
| 13 अप्रैल 2026 | सोमवार | 04:03 अपराह्न | 04:06 अपराह्न, 14 अप्रैल |
| 11 मई 2026 | सोमवार | 12:50 पूर्वाह्न | 01:28 पूर्वाह्न, 12 मई |
| 7 जून 2026 | रविवार | 07:55 पूर्वाह्न | 09:09 पूर्वाह्न, 8 जून |
| 4 जुलाई 2026 | शनिवार | 01:43 अपराह्न | 03:12 अपराह्न, 5 जुलाई |
| 31 जुलाई 2026 | शुक्रवार | 07:26 अपराह्न | 08:45 अपराह्न, 1 अगस्त |
| 28 अगस्त 2026 | शुक्रवार | 02:15 पूर्वाह्न | 03:13 पूर्वाह्न, 29 अगस्त |
| 24 सितम्बर 2026 | गुरुवार | 10:35 पूर्वाह्न | 11:22 पूर्वाह्न, 25 सितम्बर |
| 21 अक्टूबर 2026 | बुधवार | 07:47 अपराह्न | 08:49 अपराह्न, 22 अक्टूबर |
| 18 नवम्बर 2026 | बुधवार | 04:34 पूर्वाह्न | 06:10 पूर्वाह्न, 19 नवम्बर |
| 15 दिसम्बर 2026 | मंगलवार | 11:52 पूर्वाह्न | 02:02 अपराह्न, 16 दिसम्बर |