वैदिक ज्योतिष में नवम भाव के महत्व को जानें

वैदिक ज्योतिष में नवम भाव के महत्व को जानें

क्या आप इस चीज को लेकर उधेड़बुन में हैं कि आखिर यह नवम भाव है क्या? तो आइए विशेषज्ञों की मदद से हम भाग्य भाव के बारे में हर एक चीज को बारीकी से जानते हैं। नवम भाव का संबंध अच्छे भाग्य, भविष्य एवं यात्राओं से है। वैदिक ज्योतिष में नवम भाव को सामान्य तौर पर ‘धर्म भाव: के तौर पर भी जाना जाता है। यह जातक के अच्छे एवं बुरे कर्मों के बारे में बताता है।

नवम भाव नैतिकता, आध्यात्मिक मूल्यों एवं नैतिकता को भी दर्शाने का काम करता है। यदि जातक की कुंडली में यह भाव मजबूत होता है, तो धार्मिक कार्यों में उनकी गहन रुचि हो सकती है। यह नौवां भाव जातकों की विशेषताओं को भी परिभाषित करता है। उदाहरण के लिए यह बताता है कि जातक उदार स्वभाव वाले हैं या फिर मतलबी। नवम भाव यह बताता है कि हम अपने आंतरिक एवं बाह्य जीवन का विस्तार किस तरीके से कर सकते हैं।

इस भाव में मौजूद बृहस्पति, सूर्य, चंद्रमा एवं मंगल जैसे ग्रह बेहद अनुकूल परिणाम दे सकते हैं। वहीं बुध और शुक्र जैसे ग्रहों की मौजूदगी की वजह से नकारात्मक नतीजे हासिल हो सकते हैं। वह इसलिए कि यह उनके लिए एक कमजोर घर होता है। तो चलिए दोस्तों इस विषय पर हम और विस्तार से प्रकाश डालते हैं।


किसका प्रतीक है नवम भाव?

नवम भाव शुभ भावों में से एक है। यह ज्ञान, भाग्य, सौभाग्य एवं कर्मों का प्रतिनिधित्व करता है। त्रिनेत्र भावों में से इसे सबसे मजबूत माना गया है। नवम भाव आपके वर्तमान जीवन के साथ आपके पिछले जन्म के बारे में भी जानने में आपकी सहायता कर सकता है। हालांकि, यह इस भाव में ग्रहों की स्थिति एवं राशि पर निर्भर करता है। कठिन समय से निबटने के लिए जातकों की ताकत का भी यह निर्धारण करता है।

भाग्य के घर नवम भाव को पितृ भाव के रूप में भी जाना जाता है। वह इसलिए कि यह आपके पिता के रिश्ते से जुड़ा हुआ है। यदि इस भाव में किसी शुभ ग्रह की उपस्थिति होती है, तो आपके संबंध पिता के साथ बहुत ही अच्छे बन सकते हैं। नवम भाव और शुभ ग्रहों का यह संयोजन यह दर्शाता है कि शायद ही कभी अपने पिता के साथ आपका किसी तरह का कोई विवाद हो। यदि नवम भाव का स्वामी मजबूत होता है, तो आपको सौभाग्य की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही आपको मनोवांछित कामयाबी भी प्राप्त हो सकती है।

राशि चक्र में इस भाव का स्वामी धनु है। परोपकारी बृहस्पति इस राशि पर नियंत्रण रखता है। इसलिए यदि बृहस्पति की इस भाव में मौजूदगी है, तो आपको ढेर सारा ज्ञान, प्रचुर मात्रा में बुद्धि और आध्यात्मिक जीवन की प्राप्ति हो सकती है। अब चूंकि बृहस्पति ग्रह भाग्य का कारक है, ऐसे में यह घर को सुख-सुविधाओं से भर देता है। यह भाव आपके विदेश यात्रा की संभावना की ओर भी इशारा करता है।

स्वास्थ्य की दृष्टि से यदि देखा जाए तो यह हमारे प्रजनन तंत्र, जांघों आदि से जुड़ा हुआ होता है। नवम भाव आपको शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित कर सकता है। यह आपको सीखने की दिशा में आगे धकेल सकता है। कोचिंग करने के लिए और कई तरह के अन्य काम करने के लिए भी यह आपको प्रेरित कर सकता है। यदि आपके पास इस भाव में ऊंची राशियां मौजूद होती हैं, तो संभव है कि आप एक शिक्षक, प्रोफेसर या सलाहकार के रूप में काम कर सकते हैं।

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क्या-क्या दर्शाता है नवम भाव?

  • आध्यात्मिकता
  • भाग्य
  • कर्मों का फल
  • सुदूर यात्रा
  • शिक्षा
  • सीखना
  • गुरु
  • पिता के साथ संबंध
  • जीवनसाथी की आय

भाग्य के भाव में 12 राशियों की मौजूदगी

जन्म कुंडली में नवम भाव का विश्लेषण यदि किया जाए तो इससे जातकों के गुणों एवं विशेषताओं के बारे में जानकारी मिल जाती है। यहीं पर राशियां बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। भाग्य भाव में मित्र राशि या उच्च राशि का होना बहुत ही सकारात्मक परिणाम दे सकता है। नवम भाव में विभिन्न राशियों के नतीजे निम्नवत हैं।

मेष राशि में नवम भाव

यदि मेष राशि नवम भाव में अपनी मौजूदगी की ओर इशारा कर रही है, तो अपने विचारों पर आप भरोसा कर सकते हैं। किसी को भी अपने मामलों में दखल देने की इजाजत आप नहीं दे सकते। किसी के लिए आपको मनाना बिल्कुल भी आसान नहीं होने वाला है। अपने धार्मिक कार्यों में आपकी रुचि बढ़ सकती है और इसमें आपकी प्रवृत्ति भी देखने के लिए मिल सकती है। धार्मिक कार्यों में आप अक्सर शामिल हो सकते हैं। यह आपके लिए एक बड़ा ही आदर्श संयोजन है, जो आपकी जिंदगी में सकारात्मक परिवर्तन लाता है।

नवम भाव में मेष राशि का होना यह संकेत देता है कि केवल उन्हीं चीजों की आप परवाह करते हैं, जिन्हें लेकर आप भावनात्मक जुड़ाव महसूस करते हैं। आपकी इच्छा के अनुसार यदि चीजें नहीं भी हों, तब भी आप अपने दिमाग की शांत प्रवृत्ति को नहीं खोते हैं। आपको यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि आपके जो विचार हैं, उन पर विचार किया जाता है। आप अन्य देशों की यात्रा पर भी छुट्टियों में निकल सकते हैं। हो सकता है कि आप दुनिया की सैर पर भी निकल जाएं।

वृषभ राशि में नवम भाव

वृषभ राशि वाले नवम भाव का मतलब यह होता है कि जातक भौतिक संसार से ज्यादा जुड़े रह सकते हैं। अपने विचारों और अपने नजरिए में आपका अधिक भरोसा हो हो सकता है। संभव है कि आप बड़े जिद्दी हो जाएं। यह भी हो सकता है कि आप काफी अधीर रहें। अपने आपको आप मूल जगह से दूर पा सकते हैं, क्योंकि यात्रा करना आपको बहुत पसंद हो सकता है। व्यवसाय से जुड़ी यात्राओं पर भी आप निकल सकते हैं।

शिक्षा के क्षेत्र में, कुकिंग के क्षेत्र में और फाइनेंस के क्षेत्र में आपके कॅरियर बनाने की संभावना अधिक है। इस भाव में वृषभ राशि आपको सकारात्मक नतीजे दे सकती है। यदि प्रेम के देवता शुक्र वृषभ राशि के नौवें भाव में विराजमान रहें तो ऐसे में आपका पारिवारिक मूल्यों से लगाव हो सकता है। साथ ही पारिवारिक मूल्यों का भी आप पूरा ध्यान रखेंगे।

मिथुन राशि में नवम भाव

मिथुन राशि में नवम भाव के होने से आप अपनी बातचीत के तरीके को और बेहतर बना सकते हैं। इतना ही नहीं, यदि बोलने से संबंधित किसी भी तरह की समस्या की आप चपेट में हैं, तो धीरे-धीरे आप इसे भी खत्म कर सकते हैं। आप यह सीख सकते हैं कि बातचीत किस तरीके से शुरू करनी चाहिए और किस तरह से इसे समाप्त करना चाहिए। अधिक सोचने में आपका अधिक वक्त जा सकता है। फिर भी जब आप अपना काम पूरा करने के लिए पूरी तरीके से बेताब होंगे, तो आपको इसमें कोई भी हिचक नहीं होगी।

हो सकता है कि आपके लक्ष्य एक से अधिक हों। ऐसे में उन्हें पूरा करना आपके लिए कठिन हो सकता है। नवम भाव में मिथुन की उपस्थिति से आपको यह प्रेरणा मिलेगी कि आप अपने ज्ञान को बाकी लोगों के साथ भी साझा करें। यही वजह है कि एक शिक्षक या कोच के रूप में भी आप काम कर सकते हैं। जिंदगी के प्रति आपका नजरिया भी आशावादी हो सकता है।

कर्क राशि में नवम भाव

नवम भाव और कर्क राशि का संयोजन यह दर्शाता है कि जीवन में शांति की खोज करने के लिए आप किसी भी सीमा को पार कर सकते हैं। फिर भी यह हो सकता है कि चंचल मन के कारण आपको इसमें कामयाबी न मिल पाए। अपने जीवनसाथी के साथ या अपने बच्चों के साथ आपको रिश्ते में कुछ समस्याएं नजर आ सकती हैं। ऐसा मुख्य रूप से इस वजह से हो सकता है कि अपने साथी के साथ आपके विश्वास या समझ में कमी आ जाए।

कर्क राशि और नवम भाव के संयोजन की वजह से विदेश से संबंधित योजनाएं भी आप बना सकते हैं। आप केवल उन्हीं लोगों की सलाह मानने वाले हैं, जो आपके दिल के ज्यादातर बड़े ही करीब रहते हैं। इस वजह से हो सकता है कि आप दूसरों की भावनाओं को ठेस पहुंचा दें। आप एक निःस्वार्थ कार्यकर्ता की तरह काम कर सकते हैं। इस वजह से किसी भी काम को करने में आपको थकावट नहीं महसूस होती। किसी भी तरीके का काम करने की जगह हो, आप हर परिस्थिति के मुताबिक अपने आपको वहां स्थापित कर सकते हैं।

सिंह राशि में नवम भाव

नवम भाव में सिंह राशि वाले जातक अपने परिवार का लालन-पोषण इस तरीके से करते हैं और इस तरह से मूल्यों का भी वे ध्यान रखते हैं कि उसकी वजह से उनकी एक बहुत ही अच्छी आत्म छवि बन जाती है। उन लोगों पर आप विश्वास करने लगते हैं, जिनका आपके साथ दोस्ताना रवैया है। आप अपनी जिंदगी में ‘जाने दो’ वाला रवैया लेकर चलते हैं और इसकी वजह से पुरानी चीजों को बहुत जल्द भूलते चले जाते हैं। इसलिए इस संयोजन से आपको अपनी जिंदगी में आगे बढ़ने में काफी मदद मिल सकती है।

आप खुद को बहुत कमजोर करते हैं। भावनात्मक रूप से दूसरों की भावनाओं से आपका काफी जुड़ाव होता है। महिलाओं कि आप बहुत प्रशंसा करते हैं और उनके प्रति आप सम्मान भी दिखा सकते हैं। नई खाने-पीने की चीजों की तलाश में आप खूब यात्रा भी कर सकते हैं। आपके पास यह कौशल होता है कि आप अच्छी चीजें सीखें और अच्छी चीजें सुनते रहें।

कन्या राशि में नवम भाव

नवम भाव में कन्या राशि जातकों को दान करने जैसे काम की ओर धकेलती है। दूसरों की मदद करने में इनकी रुचि बढ़ती चली जाती है। भौतिक दुनिया के मुद्दों को सुलझाने में आपको सामान्य से भी ज्यादा समय लग सकता है। ज्ञान को हासिल करने के रास्ते में आकाशीय पिता सूर्य बाधक बन कर खड़ा हो सकता है। हो सकता है कि यात्रा करने के दौरान आपको समस्याओं का सामना करना पड़े। वह इसलिए होता है, क्योंकि आप सस्ती दर पर रहने की जगह चाहते हैं।

नई चीजें सीखने की आप में प्रबल इच्छा हो सकती है। यही वजह है कि लेखन और साहित्य के क्षेत्र में आप अपने लिए एक कामयाब कॅरियर बना सकते हैं। शोध पर आधारित काम में भी आपकी रुचि हो सकती है। अपने आत्मविश्वास के साथ अपने विचारों पर आप काम कर सकते हैं। इसके अलावा धार्मिक गतिविधियों और दर्शन जैसी चीजों में भी आप काफी अच्छे हैं।

तुला राशि का नवम भाव

तुला राशि का नवम भाव जातक की के सोचने की क्षमता पर अपना प्रभाव डाल सकता है। संभव है कि अपने विचारों पर आप विचार नहीं करें, क्योंकि आत्मविश्वास की आप में कमी हो सकती है। इसलिए आपको मन की शांति प्राप्त करने के लिए खुद की आलोचना को किनारे रखकर किसी भी चीज को सीखना चाहिए। सौहार्दपूर्ण संबंध बनाना आपके लिए बिल्कुल भी आसान नहीं होगा। हमेशा आपके अंदर जीवनसाथी को खोने का डर बना रहेगा।

इस बात की आशंका रहती है कि आपकी पहली शादी सफल न हो सके। इस संयोजन की वजह से हमेशा आपको दूसरी शादी करने की प्रेरणा मिलती रहेगी। वह इसलिए कि आपको अपने पहले जीवनसाथी से उचित समर्थन और भरोसा नहीं मिल सकता है। इतना ही नहीं, अध्यात्म में आपकी रुचि नहीं रहेगी। नई जगहों की यात्रा करना आपको काफी पसंद हो सकता है।

वृश्चिक राशि में नवम भाव

यदि नवम भाव वृश्चिक राशि का है, तो ऐसे में जातक अनोखे विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं, जिसकी वजह से दूसरों की नजरों में आप चढ़ सकते हैं। नहीं तो आप एक बहुत ही विनम्र और जमीन से जुड़े इंसान हो सकते हैं। जीवन में आपसे जितने भी लोग मिलते हैं, सभी के साथ आपका दोस्ताना रिश्ता विकसित हो सकता है। अपने पूर्वजों से उपहार के रूप में आपको आत्मविश्वास मिल सकता है।

दूसरों के मामलों के बारे में और अधिक जानने की आप में काफी इच्छा हो सकती है। अपने सहकर्मियों या सबसे अच्छे दोस्तों के साथ इसकी वजह से आपके संबंधों में रुकावटें पैदा हो सकती हैं। यह संयोजन दर्शाता है कि आपके अंदर दूसरों से अधिक गहरी समझ की लालसा रहती है। अपने दार्शनिक विचारों को आप अमल में ला सकते हैं। समुद्र तट या समुद्र तट के नजदीक में स्थित जगहों की यात्रा करना आपको पसंद हो सकता है।

धनु राशि में नवम भाव

धनु राशि का नवम भाव इस बात की ओर इशारा करता है कि जातक के पास बड़ा ही व्यापक दिमाग मौजूद है। नई चीजों को आजमाने की उसमें प्रबल इच्छा हो सकती है। धनु और नवम भाव का संयोजन आपके विचारों और भरोसा करने की प्रक्रिया में दखल दे सकता है। एक शिक्षक या फिर एक वक्ता के रूप में अपना कॅरियर बनाने की संभावना आपको लेकर अधिक रहती है। यह उम्मीद की जाती है कि आप बदलाव को इतनी आसानी से स्वीकार नहीं करने वाले। अपने नैतिक विश्वासों पर आप टिक कर रह सकते हैं।

आपको इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि बदलाव ही वह चीज है, जो एक बार फिर से आपको खड़े होने में मदद कर सकती है। दूसरों की तरह आपको भी अपने जीवन में कई तरह की बाधाएं मिल सकती हैं, मगर हो सकता है कि इन सभी बाधाओं को आप दूर नहीं कर पाएं। थोड़े-बहुत भी ज्ञान के साथ आप काम कर सकते हैं। उच्च शिक्षा की तलाश में हो सकता है कि आप न रहें। नवम भाव में धनु राशियां इस बात का संकेत देती हैं कि सौभाग्य और भाग्य आपकी तरफ खड़े रह सकते हैं।

मकर राशि में नवम भाव

मकर यदि नवम भाव की राशि है, तो इस बात की संभावना है कि आप कुछ नया करने की कोशिश जब भी करेंगे, तो इसमें आपको बदलाव करना पसंद नहीं होगा। हो सकता है कि चीजों का वास्तविक उद्देश्य क्या है, इसका पता लगाने में आपकी रुचि न हो। यह भी हो सकता है कि अपने सपनों को हकीकत में बदलने का सामर्थ्य आपमें नहीं हो। यदि एक मजबूत शनि मकर राशि के नवम भाव में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है, तो इसकी वजह से समाज में आपको ख्याति और प्रतिष्ठा हासिल करने में मदद मिल सकती है।

इस बात की संभावना है कि अपनी जिंदगी में आप रूढ़िवादी हो सकते हैं। आप स्नातक करते-करते रह जा सकते हैं। उच्च शिक्षा हासिल करने की योजना आप नहीं बना सकते हैं। जब आपकी पेशेवर जिंदगी की बात आती है, तो आपका लक्ष्य चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो, आपकी कोशिश रहती है कि आप अपना सर्वश्रेष्ठ दें। साथ ही इसी गति से चलते रहने के लिए आपको यह दरकार होती है कि अपने काम की आपको उचित पहचान मिले।

कुंभ राशि में नवम भाव

नवम भाव में कुंभ राशि यह संकेत देती है कि अपने लक्ष्य को पूरा करने की जातक में प्रबल इच्छा हो सकती है। गणित, आईटी या फिर खगोल विज्ञान जैसे क्षेत्रों में आपको कामयाबी हासिल हो सकती है। जिंदगी के बाद के चरणों में अपने जीवन में जो अतिरिक्त जिम्मेदारियां आपको मिलने वाली हैं, उन्हें स्वीकार करना आपके लिए मुश्किल हो सकता है। नई चीजों को सीखने को लेकर भी आप बड़े आलसी हो सकते हैं। इस संयोजन की वजह से आपके नजरिए में गंभीरता की कमी हो सकती है। ऐसे में आपके मन में अशांति पैदा हो सकती है।

फिर भी अपने रचनात्मक विचारों की वजह से अपने जीवन में आपको नए पलों की ओर जाने में मदद मिल सकती है। साथ ही अध्यात्म से जुड़े विषयों पर भी वाद-विवाद करने के लिए आप हमेशा तैयार रहने वाले हैं। यात्रा से संबंधित जो लक्ष्य आपने निर्धारित किए हैं, हो सकता है कि वे बेकार चले जाएं, क्योंकि आपकी जो जिम्मेदारियां हैं, उनसे शायद ही आपको राहत मिलने वाली है।

मीन राशि में नवम भाव

नवम भाव में मीन राशि वाले जातक दिन में सपने देखने वाले होते हैं। अपनी जिंदगी में आपको बड़े ही तनाव झेलने वाले अनुभव हो सकते हैं। इस संयोजन वाले जातकों को यह सलाह दी जाती है कि सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए वे आजाद होकर रहें और अपने लिए उचित जगह बना लें। रसायन विज्ञान, फार्मेसी या नौकायन में से कोई एक पेशा आप चुन सकते हैं।

धर्म की ओर आपके मन का झुकाव हो सकता है। इस तरह से आध्यात्मिक जीवन विकसित करने में इससे आपको मदद मिल सकती है। खुफिया जानकारी को इकट्ठा करना और मानव जीवन के रहस्यों के बारे में अधिक से अधिक जानना आपको पसंद हो सकता है। अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अपने जुनून की वजह से एक आरामदायक जिंदगी जीने के लिए आपको मार्गदर्शन मिल सकता है।


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नवम भाव में ग्रहों की स्थिति का प्रभाव

नवम भाव में सूर्य

भाग्य के भाव में आकाशीय पिता सूर्य से आपको अपने अंदर धार्मिक मानसिकता विकसित करने में मदद मिलती है। सूर्य और नवम भाव के संयोजन की वजह से आप एक शिक्षक, वक्ता या फिर एक पुजारी बन सकते हैं। बच्चों के साथ आपका संबंध बड़ा ही मधुर और मस्ती भरा हो सकता है।

नवम भाव में चंद्रमा

नवम भाग में चंद्रमा की मौजूदगी से आपको अपनी उच्च शिक्षा को पूरी करने में सहायता मिल सकती है। अपने कॅरियर के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए संभव है कि आप विदेश भी जाएं। इसके अलावा आप जो नौकरी कर रहे हैं, उसमें ज्यादातर आपको व्यवसाय से जुड़ी यात्राएं करनी पड़ सकती हैं। अपने जीवन में व्यवहारिकता में आपका अधिक भरोसा हो सकता है।

नवम भाव में बृहस्पति

यदि शुभ बृहस्पति नवम भाव में विराजमान हो, तो इसकी वजह से बड़े ग्रह से आपको विशेष कृपा हासिल हो सकती है। नौवां भाव बृहस्पति नैतिक मूल्यों और सिद्धांतों के साथ आपके जीवन को एक नया रूप देने में आपकी सहायता कर सकता है। आपके पास एक बुद्धि से भरा हुआ दिमाग और भरपूर आत्मविश्वास हो सकता है, जिससे दूसरों को भी आध्यात्मिक जीवन की ओर बढ़ने की प्रेरणा मिल सकती है।

नवम भाव में शुक्र

प्रेम के देवता शुक्र नवम भाव में हैं, तो यह इस बात की ओर इशारा करता है कि संगीत और यात्रा जैसी चीजें आपको बहुत पसंद हैं। जीवन के प्रति आपका नजरिया भी बेहद सकारात्मक हो सकता है। यह लाभकारी ग्रह दर्शन की ओर आपके मन का झुकाव पैदा कर सकता है। दान देने जैसे कार्यों और उदारता के कार्यों में समय बिताना आपको अधिक पसंद हो सकता है।


समापन

वैदिक ज्योतिष में नवम भाव आपको अपनी जिंदगी में जरूरी सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान कर सकता है। साथ ही अपने जीवन में उल्लेखनीय प्रगति हासिल करने के लिए आपका भाग्य भी आपके साथ हो सकता है। इसके अलावा यदि भाग्य के भाव में शुभ ग्रह हैं, तो इससे आपको अनुकूल परिणाम मिल सकते हैं। हालांकि, नवम भाव में अशुभ ग्रहों की दृष्टि रहे तो ऐसे में चीजें उस तरह की नहीं रह सकती हैं।