जानें चतुर्थ भाव में मंगल के होने का प्रभाव

जानें चतुर्थ भाव में मंगल के होने का प्रभाव

परिचय

मंगल ग्रह सारी चीजों पर अपना प्रभाव डालता है। यह प्रभाव आपके व्यवहार पर हो सकता है। आपके विलासितापूर्ण सुख-सुविधाओं पर हो सकता है। साथ ही रिश्तों पर भी इसका महत्वपूर्ण प्रभाव हो सकता है। इससे पहले कि इस बारे में हम और कुछ भी जानें, पहले आपको हम यह बता दें कि इस लाल ग्रह में आपके लिए बहुत से सकारात्मक लक्षण भी मौजूद होते हैं, जिनकी वजह से हमने सर्वश्रेष्ठ ज्योतिषियों को मंगल के चतुर्थ भाव में होने पर प्रकाश डालने के लिए आमंत्रित किया है। इस चौथे भाव का संबंध जातक के विवाह से लेकर संपत्ति, भावनाओं, आरामदायक सुविधाओं, वीरता और माता से भी होता है।

यदि मंगल चतुर्थ भाव में गोचर करता है, तो अचल संपत्ति के मामलों एवं घरेलू मामलों पर यह अपना प्रभाव डाल सकता है। साथ ही इस संयोजन से आपका दृढ़ संकल्प और मजबूत होता है। इसके अलावा आपके उत्साह में भी बढ़ोतरी होती है।

चतुर्थ भाव में मंगल के साथ वाले जातक ज्यादा बोलने वाले तो नहीं होते हैं, मगर झगड़ों में शामिल होना उन्हें पसंद होता है। पुरुष जातक हर उस महिला के साथ मस्ती भरे संबंध बना लेते हैं, जिनसे उनकी मुलाकात होती है। वे ऐसा इसलिए करते हैं, क्योंकि इन महिलाओं से इन्हें अपनी खूब तारीफ मिलती है। तो चलिए, अब हम विस्तार से जानते हैं कि जब मंगल ग्रह माता के घर में होता है तो क्या होता है।


चतुर्थ भाव में मंगल का प्रभाव

  • बॉलीवुड
  • घरेलू मामले
  • धन और संपत्ति
  • रिश्ते

मंगल चौथे भाव में हो तो क्या होता है?

चतुर्थ भाव में मंगल का होना आपको विवश बना देता है। वास्तविक मामलों को यदि आप समझ पाने में नाकाम रहते हैं, तो इसकी वजह से फालतू की गड़बड़ी आप पैदा कर सकते हैं। यदि मंगल चौथे घर में है, तो संभव है कि अपनी भावनाओं पर आप नियंत्रण खो दें। इसलिए आपको यह सलाह दी जाती है कि आप केवल उसी काम में शामिल हों, जो आपको पसंद हो।

साथ ही सभी मामलों में आप अपनी राय जोर देकर रखने की कोशिश करते हैं। इसलिए आपको इस तरह की स्थितियों के साथ समझौता कर लेना चाहिए। चतुर्थ भाव में मंगल वाले जातकों को सामान्य रूप से सेट होने में अधिक वक्त लगता है। वह इसलिए कि भविष्य के लिए वे एक समान मार्ग को साझा करना पसंद नहीं करते हैं।

हो सकता है कि आप एक बड़े ही सख्त नियमों का पालन करने वाले परिवार से जुड़े हुए हों। ऐसे में प्रायः अपने करीबियों के साथ आपकी गलतफहमी पैदा हो जाती है। इसका नतीजा यह होता है कि एक स्थिर रिश्ता बनाने में आपको कठिनाई आने लगती है। वैसे, सकारात्मक पक्षों की बात करें, तो मंगल इन कठिनाइयों को दूर करने के लिए उर्जा भी प्रदान करता है।

यदि आपको इस बात का एहसास है कि आपकी अंदरूनी क्षमता क्या है, तो बहुत ही आसानी से आप अपने आसपास के लोगों का भरोसा जीत सकते हैं। आप अपने परिवार से अलग होने की इच्छा रखते हैं, क्योंकि आप अपनी खुशी के अनुसार मार्ग चुनकर अकेले इस पर आगे बढ़ना चाहते हैं।

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चौथे घर में मंगल का आपके व्यक्तित्व पर प्रभाव

चतुर्थ भाव में मंगल वाले जातक सकारात्मक मानसिकता वाले होते हैं। इससे अपनी जिंदगी में वे हर तरह की चुनौतियों से आसानी से पार पा जाते हैं। मंगल ग्रह की स्थिति की वजह से इन जातकों के जीवन में रचनात्मकता खूब भरी होती है। ये बड़े ही उत्साहित होते हैं और इनकी विचार करने की प्रक्रिया भी बहुत ही तेजी से आगे बढ़ती है। ये जातक जितने ही जिज्ञासु होते हैं, जीवन के सभी चरणों में ये अपनी इच्छा के मुताबिक उतनी ही अच्छी तरह से आगे बढ़ते जाते हैं।

चतुर्थ भाव में मंगल आपके व्यक्तित्व में विशिष्टताओं को जोड़ता है। यह आप में एक विशेष आकर्षण जोड़ देता है। इसकी वजह से बाकी लोग आपकी प्रशंसा करते नहीं थकते हैं। जब भी अपने जीवन में आप कहीं पर फंस जाते हैं, जो उस दौरान आप अपने प्रियजनों से भावनात्मक रूप से जुड़ जाते हैं। अपने इन गुणों के मुताबिक आपको सशत्र बलों और पुलिस जैसे पेशे में काम करने का अवसर मिल सकता है। वहीं, अशुभ मंगल यदि मौजूद हो, तो ऐसे में जिंदगी में आप पर आक्रामकता और हताशा हावी हो सकती है। साथ ही ज्ञान की कमी भी हो सकती है।


चतुर्थ भाव में मंगल का आपके विवाह पर प्रभाव

चतुर्थ भाव में मंगल वाले जातक अपने साथी से उम्मीद करते हैं कि उन्हें उनसे मनचाही प्रतिक्रिया मिलेगी। वह इसलिए कि आप दोनों एक-दूसरे के साथ कदम से कदम मिलाकर चलते रहने वाले हैं। अच्छी बात यह है कि आप और आपके साथी अच्छे और बुरे वक्त का सामना करने के लिए पूरी तरीके से तैयार रहेंगे। लाल गर्म ग्रह चौथे भाव में है, तो इसका यह मतलब है कि आप दूसरों को सकारात्मक तरीके से सही राह दिखा सकते हैं।

हालांकि, इस प्रक्रिया में अपने अहंकार की वजह से टकराव होने की वजह से उनके साथ आपका संबंध खराब हो सकता है। आपके वैवाहिक रिश्ते के संबंध में यदि निचला मंगल चतुर्थ भाव में मौजूद है, तो अपने जीवनसाथी के साथ आपके संबंधों में भी यह बाधाएं खड़ी कर सकता है। इससे अपने साथी के साथ आपका छोटा-मोटा संघर्ष हो सकता है। आपके बीच छोटे-मोटे झगड़े भी हो सकते हैं।


चतुर्थ घर में मंगल का आपके कॅरियर पर असर

चतुर्थ भाव में मंगल का होना यह बताता है कि आपको और अधिक प्रयास करने की जरूरत है। इससे आप मनवांछित सफलता प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि, इसके लिए आपको बहुत ही गंभीर होकर बेहद कठिन परिश्रम करने की जरूरत होती है। यदि आप अपने कॅरियर से जुड़े सपनों के पीछे दौड़ रहे हैं, तो धीमी गति से यह आपको सफलता पाने में मदद कर सकता है।

यह संयोजन यह बताता है कि आप की आय 30 वर्ष की आयु में प्रवेश करने के बाद तब तक बढ़ सकती है, जब तक कि अपने पेशेवर जीवन में आपको संघर्षों में शामिल न होना पड़े। संभव है कि कृषि या इंजीनियरिंग के क्षेत्र में आपको सफलता अधिक मिले। हालांकि, अभिनय या फिर खेल जैसे क्षेत्रों में यदि आप अपना कॅरियर बनाना चाह रहे हैं, तो आपको ख्याति प्राप्त हो सकती है। हालांकि, यदि आपको अपने पैसे और बढ़ाने हैं, तो इसके लिए आपको ज्यादा समय तक इंतजार करना पड़ सकता है।


समापन

चतुर्थ भाव में मंगल के बारे में जानने के बाद हमने यही जाना है कि चौथे भाव में मंगल जातक के जीवन में उल्लेखनीय बदलाव लेकर आ सकता है। आपको अपने जीवन के सभी चरणों में समान रूप से ताकत और कमजोरियां दोनों मिल सकती हैं।

मंगल आपके सोचने-समझने की क्षमता को और बेहतर बना सकता है। हालांकि, आपको गलत काम करने के लिए भी यह प्रेरित कर सकता है, जिससे आप उग्र बन सकते हैं और खुद के विनाश की ओर बढ़ सकते हैं। विशेषज्ञों का यही सुझाव है कि जब भी आप अपनी माता या जीवनसाथी के साथ होते हैं, तो आपको विनम्र और दयालु हृदय वाला होना चाहिए। हमें यकीन है कि आप भी ऐसा ही करना पसंद करेंगे।