पंचांग उर्फ पंचांगम हिंदू कैलेंडर है जिसे भारतीय वैदिक ज्योतिष में दर्शाया गया है। हिंदी पंचांग में मुख्य रूप से 5 घटक होते हैं, अर्थात् Tithi (चंद्र दिवस), Vara (सप्ताह का दिन) ), नक्षत्र (चंद्र हवेली), योग (चंद्र-सौर दिवस) और करण (आधा चंद्र दिवस)।

शुक्लपक्ष चतुर्थी
Thu, 01 May 2025May
2082 सिद्धार्थी(Mumbai India)
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त्यौहार कैलेंडर
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गंगा जयंती
हमारे देश भारत में गंगा नदी का बहुत प्रमुख स्थान है। वह जीवनदायिनी के रूप में भी जानी जाती है, जीवन को फिर से संवार देने वाली और पापों को मिटा देने वाली पापनाशिनी। गंगा सप्तमी हिंदू त्योहार है, जिसे गंगा नदी के पुनर्जन्म की याद में मनाया जाता है।
सीता नवमी
सीता को देवी लक्ष्मी का अवतार माना जाता है। सीता नवमी का त्योहार सीता के जन्म के अवसर पर मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि देवी सीता का जन्म वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि (नौवें दिन) को हुआ था। इसी दिन सीता नवमी मनाई जाती है।
मोहिनी एकादशी
जब समुद्र मंथन से अमृत निकला, तब भगवान विष्णु ने मोहिनी अवतार लिया। मोहिनी के रूप में भगवान विष्णु ने असुरों से अमृत लेने और देवों को देने के लिए छद्म वेष धारण किया। जिस दिन भगवान विष्णु ने मोहिनी का रूप धारण किया, उसे मोहिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है।
रवींद्रनाथ टैगोर जयंती
रवीन्द्रनाथ टैगोर (Rabindranath Tagore) के जन्मदिवस को रवीन्द्र जयंती के रूप में मनाया जाता है। एक तरह से यह पूरी दुनिया में टैगोर के अनुयायियों तथा उन्हें मानने वालों के लिए वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव के समान है।
नरसिंह जयंती
भगवान नृसिंह भगवान विष्णु के चौथे अवतार हैं, जिन्होंने एक शक्तिशाली राक्षस हिरण्यकश्यप को मारने के लिए एक ऐसे रूप में जन्म लिया था, जिसमें वह शरीर मानव का और सिर सिंह अर्थात शेर का था।
बुद्ध पूर्णिमा
भगवान बुद्ध को भगवान विष्णु का नौवां अवतार माना गया है। इसीलिए उनकी गितनी देवताओं में भी की जाती है। भगवान गौतम बुद्ध के अनुयायी भारत सहित पूरे एशिया में फैले हुए हैं, यही कारण है कि लगभग पूरे एशिया में कई जगहों पर बुद्ध पुर्णिमा मनाई जाती है।
वैशाख पूर्णिमा
वैशाख माह को हमारे धर्म मे बहुत ही पवित्र महिना माना जाता है। इस माह में पवित्र नदी स्नान , दान व कोई भी धर्मिक कार्य करना बहुत ही लाभदायक व शुभ माना जाता है।
चित्रा पूर्णिमा
हिंदू नववर्ष की शुरूआत चैत्र माह से होती है, इस माह को दक्षिण भारत में चिथिरई भी कहा जाता है। चिथिरई अथवा चैत्र मास की प्रथम पूर्णिमा को ही चैत्र पूर्णिमा (Chaitra Purnima) कहा जाता है।
कूर्म जयंती
कूर्म जयंती हिंदू धर्म का एक बहुत ही शुभ त्योहार है। यह दिन भगवान श्री हरि विष्णु के दूसरे अवतार – कूर्म के लिए मनाया जाता है। इस दिन पूरे भारत में भगवान विष्णु की मूर्तियों की पूजा की जाती है और आशीर्वाद प्राप्त करने और खुशहाल व समृद्ध जीवन जीने के लिए विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
नारद जयंती
हिंदू धर्म में देवर्षि नारद या नारद मुनि, ब्रह्मा, ब्रह्मांड के निर्माता और तीन सर्वोच्च देवताओं में से एक (त्रिदेव – ब्रह्मा, विष्णु और महेश) के पुत्र हैं। नारद मुनि देवताओं के दिव्य दूत और भगवान विष्णु के प्रिय भक्त हैं।
वृषभ संक्रांति
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, वृषभ संक्रांति मेष राशि से वृषभ राशि में सूर्य के पारगमन का प्रतीक है। इसके अलावा, यह हिंदू सौर कैलेंडर के अनुसार दूसरे महीने, ज्येष्ठ की शुरुआत का प्रतीक है।
अपरा एकादशी
हिंदू धर्म में अपरा एकादशी को काफी महत्वपूर्ण माना गया है। इसे ज्येष्ठ विष्णु एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। कहा जाता है कि इस दिन जो लोग उपवास रखते हैं, उन्हें हर अपराध से मुक्ति मिल जाती है।
वट सावित्री
वट पूर्णिमा को हिंदू धर्म में एक बहुत ही शुभ दिन माना जाता है, जिसे वट सावित्री के नाम से भी जाना जाता है। मां सावित्री को उनके अनुकरणीय उदार कार्यों के लिए याद करने का यह एक शुभ दिन है।
शनि जयंती
शनि जयंती (Shani Jayanti) एक ऐसा त्योहार है, जिसका हिंदू धर्म में बहुत महत्व है। ज्योतिष के दृष्टिकोण से भी त्योहार का एक बड़ा महत्व है। हिंदू शास्त्रों में, सप्ताह का प्रत्येक दिन हिंदू देवी या देवताओं में से एक को समर्पित है
महाराणा प्रताप जयंती
महाराणा प्रताप के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में हर साल महारणा प्रताप जयंती मनाई जाती है। वह सोलहवीं शताब्दी के उदयपुर, मेवाड़ मेम सिसोदिया राजपूत राजवंश के महान राजा थे। वह अपनी वीरता, पराक्रम, व शौर्यता के लिए इतिहास में अमर है।
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