चैत्र पूर्णिमा 2023 (Chaitra Purnima 2023): जानिए इसके अनुष्ठान व उनके महत्व के बारे में

हिंदू नववर्ष की शुरूआत चैत्र माह से होती है, इस माह को दक्षिण भारत में चिथिरई भी कहा जाता है। चिथिरई अथवा चैत्र मास की प्रथम पूर्णिमा को ही चैत्र पूर्णिमा (Chaitra Purnima) कहा जाता है। यह दिन भगवान चित्रगुप्त को समर्पित है, जो व्यक्ति के अच्छे और बुरे कर्मों का रिकॉर्ड रखते हैं। इस दिन सूर्य मेष राषि में उच्च का होता है और चन्द्रमा तुला राशि में होता है। धार्मिक श्रद्धालुजन अपने पूर्वजन्मों के पापों से मुक्ति पाने के लिए इस दिन गंगा, यमुना, गोदावरी जैसी पवित्र नदियों में डुबकी लगाते हैं।

चैत्र पूर्णिमा को चित्रगुप्त जयंती के रूप में भी मनाया जाता है। तमिलनाडु में मनाया जाने वाला यह महत्वपूर्ण त्यौहार हमारे लिए हमारे पापों से मुक्ति पाने का अवसर लेकर आता है। शास्त्रों में इस दिन गरीबों को खाना खिलाने के आदेश दिए गए हैं। माना जाता है कि इस दिन जो भी गरीबों को खाना खिलाता है, उसके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं।


वर्ष 2023 में चैत्र पूर्णिमा की तिथि और समय


चैत्र पूर्णिमा का महत्व


पौराणिक कथा


चैत्र पूर्णिमा पर पूजा करने के लाभ


चैत्र पूर्णिमा कैसे मनाते हैं?


आखिर में



Choose Your Package to Get 100% Cashback On First Consultation