राहु अष्टम भाव में : क्या यह इस अशुभ ग्रह के लिए अनुकूल स्थान है?
बहुत हद तक संभव है, जब आपको यह पता चले कि राहु आपके अष्टम भाव में बैठा है तो आपकी आंखों से आंसू बह निकलें क्योंकि यह छाया ग्रह अपने अशुभ प्रभावों के कारण जातक के जीवन में कहर बरपाने के लिए जाना जाता है। राहु फिर चाहे किसी भी घर में मौजूद हो, वह जातक के जीवन के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अशांति पैदा कर सकता है। राहु की स्थिति का आप पर अक्सर नकारात्मक प्रभाव ही होता है इसलिए यह जरूरी है कि हम विशेषज्ञों की मदद से इसका विश्लेषण कराएं। राहु की उपस्थिति आपको मुश्किल में डाल सकती है। यदि राहु अष्टम भाव के स्वामी से जुड़ा हो तो यह आपको नकारात्मक परिणाम दे सकता है। यह आपके व्यावसायिक जीवन में उतार-चढ़ाव का कारण बन सकता है। यह आपके वैवाहिक संबंध खराब कर सकता है। दोस्तों तो आइए इसके प्रभावों के बारे में जानने के लिए गहराई से इसका अध्ययन करें।
राहु अष्टम भाव में हो तो क्या होता है?
राहु का अष्टम भाव में प्रभाव
- व्यावसायिक जीवन
- कॅरियर और शिक्षा
- धन और वित्त
- रिश्ते