एक मुखी रुद्राक्ष और इसके बारे में सभी जानकारी निम्नलिखित हैं!
रुद्राक्ष (Rudraksha) एक पवित्र मनका है। सतह पर मौजूद रेखाएं, आकार और कई अन्य तरह से भिन्न-भिन्न होते हैं। रुद्राक्ष के कई लाभ हैं और हमेशा से इनका महत्व चरम पर रहा है। ऐसा कहा जाता है कि यह भगवान शिव के आंसुओं से बना है। अब इससे ज्यादा पवित्र क्या हो सकता है! वे इतने शक्तिशाली मनके हैं कि किसी के जीवन को पूरी तरह से बदल सकते हैं। अलग-अलग लोगों के पास इन्हें पहनने के अलग-अलग कारण होते हैं। कुछ इसे चिकित्सा उद्देश्यों के लिए पहनते हैं, तो कुछ ज्योतिषीय महत्व के लिए और कुछ आध्यात्मिक प्राप्ति के लिए ऐसा करते हैं। रुद्राक्ष का हिंदू धर्म में बहुत बड़ा महत्व है। वैसे तो रुद्राक्ष के कई स्रोत हैं, लेकिन भारत में इसके प्राथमिक बाजार हरिद्वार और बनारस में हैं।
एक मुखी रुद्राक्ष एक ऐसा मनका (Rudraksha beed) होता है जो आधा चांद या आधा अंडाकार आकार में होता है। इसकी सतह पर केवल एक कंपार्टमेंट और एक लाइन होती है, जहां मनके के चौड़े हिस्से की ओर प्राकृतिक छेद बड़ा होता है और संकरी तरफ छोटा होता है। एक मुखी रुद्राक्ष के अधिपति देवता स्वयं भगवान शिव (lord Shiva) हैं। रुद्राक्ष की यह माला सूर्य के अशुभ प्रभावों को दूर करती है और सिंह राशि के लिए सबसे उपयुक्त है। एक मुखी रुद्राक्ष का (Ek Mukhi Rudraksha) बीज मंत्र है “ओम ह्रीं नमः, ओम नमः शिवाय”।