श्रावण में राशि के अनुसार करें भगवान शिव की पूजा
सोमवार का दिन भोलेनाथ को है प्रिय
राशि के अनुसार करेंगे पूजा तो मिलेगा शुभ फल
मेष राशि
मेष राशि वालों को शिवलिंग पर कच्चा दूध और दही चढ़ाने से लाभ होता है। भोलेनाथ को लाल चंदन और लाल रंग का फूल चढ़ाना भी फलदायी होता है।
वृषभ राशि
भोलेनाथ को चमेली का फूल अर्पित करना चाहिए। इसके साथ ही गन्ने के रस से भोलेनाथ का अभिषेक फलदायी होता है। साथ उन्हें अबीर और गुलाल समर्पित करें।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों को चंदन, इत्र, गुलाल अर्पित करना चाहिए। भांग और धतूरा चढ़ाने से भी भगवान प्रसन्न होते हैं। प्रत्येक सोमवार को पानी में सुंगधित द्रव्य मिलाकर हवन करें।
कर्क राशि
कर्क राशि वाले लोगों को दूध में भांग मिलाकर भोलेनाथ को अर्पित करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही चंदन का लेप और मिष्ठान्न अर्पित करना भी लाभकारी होता है।
सिंह राशि
भोलेनाथ को मिठाई अर्पित करें और फलों के रस से शिवलिंग का अभिषेक करें, काफी लाभ होगा। पूरे श्रावण माह कनेर का फूल चढ़ाने से भी भगवान प्रसन्न होते हैं।
कन्या राशि
भगवान को बेलपत्र, भांग और धतूरा काफी प्रिय हैं। अगर कन्या राशि वाले भोलेनाथ को ये चीजें चढ़ाते हैं तो उन्हें काफी फायदा होगा। मिष्ठान्न का भोग भी लगा सकते हैं।
तुला राशि
जल में पुष्प डालकर शिवलिंग का अभिषेक करना शुभ फलदायी होता है। इसके साथ ही जल में मिश्री मिलाकर अभिषेक करने से भी भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि वालों को बेलपत्र और गुलाब का फूल चढ़ाना चाहिए। इसके साथ ही घी और शहद से अभिषेक करना चाहिए। लाल चंदन मिश्रित जल से भी भगवान शिव का अभिषेक किया जा सकता है।
धनु राशि
बेल पत्र और सूखे मेवे चढ़ाने से भोलेनाथ प्रसन्न होंगे। धनु राशि वालों को पीले फूल और खीर का भी भोग लगाना चाहिए। साथ ही केसर मिले जल से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए।
मकर राशि
शिवजी को प्रिय वस्तुएं जैसे भांग, धतूरा के साथ फूल अर्पित करनी चाहिए। शिवजी का जल से अभिषेक करना काफी लाभकारी होगा। दूध में काले तिल मिलाकर भगवान का अभिषेक करने से मनोकामना पूरी होगी।
कुंभ राशि
शिवलिंग पर काला तिल चढ़ाना शुभ फलदायी होता है। कुंभ राशि वालों को गन्ने के रस से भी शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। शाम के समय भगवान के मंदिर में दीपक जरूर प्रज्वलित करें।
मीन राशि
मीन राशि वालों को दूध-दही आदि से अभिषेक कर पीले फूल अर्पित करने चाहिए। ऊँ नम: शिवाय का जाप करने से काफी लाभ होगा। साथ ही केसर मिला जल भगवान को अर्पित करें।