जन्माष्टमी 2023 व्रत विधि और पूजा मुहूर्त


कृष्ण जन्माष्टमी 2023 कब है


कृष्ण के जन्म की कथा (Story of life of Krishna)


ऐसे मनाया जाता है जन्माष्टमी का पर्व (How does Krishna Janmashtami celebrated)


ऐसे करें भगवान कृष्ण की पूजा

कृष्ण पूजा से ग्रह शांति

वैदिक ज्योतिष के अनुसार जन्मकुंडली में पितृदोष की स्थिति होने पर श्रीकृष्ण – मुखामृत गीता का पाठ करना चाहिए। इसी के साथ प्रेतशांति व पितृदोष निवारण के लिए श्रीकृष्ण चरित्र की कथा, श्रीमद्भागवत महापुराण का पाठ करना चाहिए। ग्रह शांति व सभी ग्रहों के दोष से निवारण के लिए ओम नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र की 1008 माला फेरें।
वैदिक ज्योतिष में इस मंत्र का उपयोग लगभग हर ग्रह दोष के निवारण के लिए किया जाता है।

भगवान श्री कृष्ण के अन्य मंत्र

ओम् गोविंदाय नम:।। ओम क्लीं कृष्णाय नम:।।


दही हांडी (Dahi Handi)


देश के बाहर कृष्ण जन्माष्टमी और देश के प्रमुख कृष्ण मंदिर (Krishna Janmashtami Outside India)



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