भविष्य बचाने के लिए मनाएं विश्व पर्यावरण दिवस
औद्योगिक क्रांति के साथ विश्व विकास की ओर आगे कदम बढ़ा रहा है। लेकिन विकास की इस दौड़ में हम प्रकृति को भूल गए। इसी का नतीजा है कि आज हमें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। 1972 में प्रकृति संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए हर 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाना शुरू किया था।
इंसान ने कभी पर्यावरण के महत्व को समझा ही नहीं है, हम इंसानों को अपने जीवन में पर्यावरण के मूल्य का एहसास ही नहीं हुआ। भोजन के रूप में हमें जो कुछ भी खाने-पीने को मिलता है, वह शुद्ध वातावरण के कारण ही संभव है। हमारी सांस लेने के लिए प्रदान की गई हवा और ऑक्सीजन के लिए प्रकृति का आभार मानना चाहिए। लेकिन, अभी तक हम पर्यावरण दिवस का महत्व सही मायने में नहीं समझ पाए हैं। लोग इस दिन को समूह और व्यक्तिगत रूप से पर्यावरण की गतिविधियों को शामिल करके मनाते हैं।