जन्म कुंडली में पहले घर में चंद्रमा और मंगल की युति (Conjuction in first house)
जरा कल्पना कीजिए कि आप और आपके सबसे करीबी साथी एक ही छत के नीचे खुशी खुशी जीवन यापन कर रहे हैं, है न बड़ी सुखद बात इसी तरह अगर हम खगोल विज्ञान की बात करें तो चंद्रमा और मंगल ग्रह एक दूसरे के अच्छे मित्र हैं और इन्हें एक दूसरे के साथ वक्त बिताना अच्छा लगता है, जिसका अर्थ यह है कि यह मेल या योग आपको जीवन में भौतिक सुख और आकर्षक व्यक्तित्व प्रदान कर सकता है। चंद्रमा और मंगल का आपकी कुंडली में योग, आपके जीवन में धन, ज्ञान और बुद्धि बढ़ाने में मदद करता है। यही नहीं यह योग आपको अपनी नौकरी और व्यवसाय में शीर्ष स्थान प्राप्त करने में सहायता करता है।
शांत चंद्रमा आपको मानसिक क्षमताओं, कार्य कुशलता और कलात्मकता का आशीर्वाद देता है, जबकि लाल ग्रह मंगल आपको आत्मविश्वास, उत्साह और प्रबंधन कौशल प्रदान कर सकता है। इसलिए, आप अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में व्यस्त रहेंगे। आपके पास तय सीमा से पहले अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कमाल का समर्पण होगा। यदि शुभ ग्रहों की दृष्टि आपकी कुंडली में है तो, आप अपना समय और ऊर्जा समाज की बेहतरी में लगा सकते हैं।
दूसरी ओर, अगर कुंडली के पहले लग्न में चंद्रमा और मंगल ग्रहों का सम्बन्ध अगर खराब ग्रहों से हो तो ये आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है, इसलिए ऐसे जातकों को हमेशा कुछ भी कहने से पहले बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। बुध ग्रह की मदद से ऐसे योग के बुरे प्रभावों को कम करने और आपके संचार कौशल को तेज करने की आवश्यकता होती है। तो दोस्तों अब इस विषय पर अधिक प्रकाश डालने का समय आ गया है। तो आगे पूरा पढि़ए।
प्रथम भाव में चंद्रमा और मंगल का क्या अर्थ है?
प्रथम स्थान में चंद्रमा और मंगल के योग के प्रभाव
- व्यक्तित्व
- कॅरियर विकास
- जीवन के प्रति नजरिया
- पारिवारिक संबंध
आपकी कुंडली के एक ही भाव में चंद्रमा और मंगल का प्रभाव जानने के लिए आज ही जन्मपत्री की जांच कराएं।