सातवें घर का बुध: जानिए कैसा रहेगा आपका भाग्य
एक दिन आप सुबह सोकर उठें और आपको पता लगे कि आपकी विवाह संबंधी इच्छा भगवान ने सुन ली है। यदि ऐसा होता है तो आपके मन में पहला प्रश्न यही आएगा कि “कैसे हुआ”? ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आपको इस चमत्कार के लिए बुध को धन्यवाद देना चाहिए। ऐसा इसीलिए हुआ कि बुध आपकी जन्मपत्रिका के सातवें घर (जो विवाह संबंध और जीवनसाथी का कारक है) में बैठा हुआ है। जिन जातकों के सप्तम भाव में बुध होता है, वे अक्सर अपने वैवाहिक जीवन का आनंद उठाने में व्यस्त रहते हैं।
बुध के नैसर्गिक गुणों में कम्यूनिकेशन स्किल्स, बुद्धिमता और तीव्र याददाश्त जैसे गुणों को माना जाता है, ऐसे में आपके लिए अपने जीवनसाथी को इम्प्रेस करना बहुत आसान होता है। यदि यहां बैठा बुध पूरी तरह से आपके अनुकूल हो तो आप अपनी रिलेशनशिप में बहुत आगे तक जाते हैं। यहां बैठा बुध आपको अपना मनवांछित जीवनसाथी खोजने में भी मदद करता है जिसकी सहायता से आप समाज में सम्मान और प्रशंसा अर्जित कर सकते हैं। लेकिन यदि आपकी कुंडली में बुध प्रतिकूल है, तो यह आपके वैवाहिक जीवन को किसी दूसरी दिशा में भी मोड़ सकता है जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते।
दूसरे भाव में बुध की उपस्थिति से किन-किन परिस्थियों का आपको सामना करना पड़ेगा अभी अपनी फ्री जन्मपत्री प्राप्त करें..…
सातवें घर में बैठे बुध का क्या अर्थ है? (What does Mercury In The 7th house Mean?)
सप्तम भाव के बुध का कारक (Influence of Mercury in 7th House)
- विवाह संबंध
- व्यापारिक साझेदारी
- आपसी समन्वय
- मानसिक योग्यताएं