छठे भाव में बुध (Mercury), क्या होगा जातक के जीवन में असर
सूर्य के सबसे निकट नजदीक है बुध ग्रह, यह ग्रह आपकी आधी परेशानियों को पल भर में गायब कर सकता है। सबसे छोटा ग्रह आपको जीवन की किसी भी चुनौती से निपटने के लिए संवेदनशील, बुद्धिमान और चतुर बनाता है। बुध के कारण जातक अपनी संवाद क्षमता यानी बातचीत करने के कौशल को सुधार सकता हैं। अपने संवाद कौशल को विकसित करके महान व्यक्तित्व भी बन सकते हैं। वहीं दूसरी तरफ अगर बुध छठे भाव में होता है तो आपकी विपरित परिस्थितियों का सामना करने को मिल सकता है। बुध के लिए रोग का घर बरमूडा ट्राएंगल जैसा होता है। इस घर में होने के कारण जातक अपनी सारी ताकत खो देता है। यह जातक के जीवन पर उल्टा असर डालता है। वहीं दूसरी तरफ यह संयोग व्यक्ति के जीवन को मिलेजुले परिणाम दे सकता है। इसलिए अगर बुध छठे भाव में हैं तो मुसीबतों से जूझने के लिए तैयार हो जाएं। आप ध्यान से पढ़ें कि जब बुध छठे भाव में हो तो ज्योतिष विशेषज्ञ क्या कहते हैं।
यदि बुध छठे भाव में हो तो क्या होगा?
छठे भाव में बुध का प्रभाव
- बेहतर संवाद
- एटीट्यूड
- मानसिक ढृढता