वास्तु यंत्र (Vastu yantra) का प्रयोग कर दूर कर सकते हैं सभी वास्तु दोष

भारतीय अध्यात्म में यंत्र विशेषकर “वास्तु यंत्रों” (Vastu Yantras) का विशेष महत्व रहा है। यदि इन्हें सही प्रकार से एनर्जी से चार्ज कर उपयुक्त स्थान पर रखा जाए तो ये दैवीय शक्तियों के माध्यम से व्यक्ति का भाग्य और उसका जीवन दोनों बदल देते हैं। इन यंत्रों के आसपास बहुत ही सघन एनर्जी का घेरा बन जाता है और हर प्रकार के वास्तु दोष को पूरी तरह से खत्म कर देते हैं।

वास्तु शास्त्र यंत्र एक थ्री-डायमेंशनल ज्योमैट्रिक डिजाइन होते हैं, जिसे किसी स्थान विशेष पर नेगेटिव एनर्जी को दूर करने के लिए प्रयोग किया जाता है। यह यंत्र पंचतत्वों- जल, थल, अग्नि, आकाश और वायु में संतुलन बनाने का भी कार्य करता है।


वास्तु यंत्र के लाभ (Vaastu Yantra Benefits)

वास्तु यंत्र न केवल घर में होने वाली किसी भी प्रकार की दुर्घटना को रोकते हैं बल्कि आपके जीवन को भी सुख और समृद्धि से भर देते हैं। वास्तु यंत्र के अन्य कई फायदे निम्न प्रकार हैं-

  • यह समस्त प्रकार के वास्तु दोषों को सुधार कर उन्हें समाप्त कर देता है।
  • इसके प्रयोग से जीवन में पॉजिटिविटी तथा खुशियां आती हैं।
  • घर में शांति रहती है, फैमिली मेम्बर्स के बीच आपसी सामंजस्य तथा सुख का माहौल रहता है।
  • भवन के मालिक तथा उसके परिवार को समृद्ध बना देता है।
  • यह लंबा तथा स्वस्थ जीवन देता है।

वास्तु दोष यंत्र (Vastu Dosh Yantra)

यूं तो वास्तु यंत्र समस्त प्रकार के वास्तु दोषों को दूर कर नेगेटिव एनर्जी को समाप्त कर देता है फिर भी कुछ अन्य खास यंत्र हैं जो जीवन में सभी प्रकार के सुख, सम्पन्नता तथा आनंद देते हैं।

दुर्गा बीसा यंत्र (Durga Bisa Yantra)

यदि आपको शत्रुओं के कारण जीवन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है तो दुर्गा बीसा यंत्र इसके लिए अत्यंत प्रभावशाली है। यह भाग्य की समस्त बाधाओं को समाप्त कर व्यापार में लाभ देता है।

लक्ष्मीनारायण यंत्र (Lakshmi Narayan Yantra)

इस यंत्र को अपने घर में स्थापित कर आप भगवान विष्णु तथा उनकी अर्धांगिनी मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। जैसा कि इस यंत्र के नाम से ही स्पष्ट है कि यह यंत्र जीवन में समृद्धि, शांति तथा खुशियां लाने का कार्य करता है। यह सभी प्रकार की दुष्ट शक्तियों का नाश कर आपको सफलता, सम्मान तथा प्रतिष्ठा दिलवाता है।

विष्णु यंत्र (Vishnu Yantra)

भगवान विष्णु इस पूरे ब्रह्मांड के रक्षक हैं, उन्हीं की शक्ति का प्रतीक विष्णु यंत्र है। यह जीवन में सभी प्रकार की सफलता तथा प्रसन्नता लाता है। यह यंत्र व्यक्ति को आंतरिक तथा बाह्य रूप से आत्मविश्वास देता है और सफलता के मार्ग में आने वाली समस्त बाधाओं का नाश कर व्यक्ति को कामयाबी की राह दिखाता है।


घर के लिए वास्तु यंत्र (Vastu Yantra for Home)

प्राचीन वेद तथा आधुनिक विज्ञान को मिला कर तैयार किए गए वास्तु शास्त्र के इन यंत्रों से घर अथवा ऑफिस में मनचाहा प्रभाव पैदा कर सुख, समृद्धि प्राप्त की जा सकती है। आप इनमें से किसी भी एक या अधिक यंत्रों को अपने घर अथवा ऑफिस में प्रयोग कर सकते हैं। आइए जानते हैं इन यंत्रों के बारे में-

सिद्ध साबरी यंत्र (Siddha Sabri Yantra)

स्वयं पर आत्म नियंत्रण करने तथा कठिन परिस्थितियों में शांत रहने के लिए यह यंत्र अत्यन्त उपयोगी है। इस यंत्र को गणेश मंत्र के द्वारा एनर्जी से चार्ज किया जाता है।

भूमिदोष नाशक यंत्र (Bhoomi Dosha Nashak Yantra)

यह यंत्र दुष्ट आत्माओं तथा काले जादू से बचाता है।

वास्तु शांति यंत्र (Vastu Shanti Yantra)

यह यंत्र वास्तु के देवता वास्तुपुरुष (जो घर के रक्षक हैं) को समर्पित है। यह गलत दिशाओं में बनाए गए रूम से जुड़े सभी वास्तु दोषों का नाश कर, उनके बुरे प्रभाव से मुक्ति दिलाता है।

वास्तुदोष नाशक यंत्र (Vastu Dosh Nashak Yantra)

इस यंत्र का प्रयोग समस्त प्रकार के वास्तुदोष दूर करने में किया जाता है। घर या भवन में किसी भी प्रकार का वास्तु दोष होने पर इस यंत्र के प्रयोग से उस दोष के समस्त नकारात्मक प्रभाव दूर होकर भाग्योदय होता है।


वास्तु यंत्र को रखने की दिशा एवं स्थान (Vastu Yantra Direction And Positioning)

वास्तु यंत्र का सही तरह से लाभ उठाने के लिए उन्हें घर के साउथ-वेस्ट कॉर्नर में नॉर्थ-ईस्ट की ओर फेसिंग करते हुए स्थापित करना चाहिए। अन्य यंत्रों के लिए अलग-अलग दिशाएं बताई गई हैं। वास्तु यंत्र को किसी वास्तु एक्सपर्ट की राय लेकर ही घर में स्थापित करना चाहिए ताकि आपको उसका पूरा फायदा मिल सके।

  • श्री यंत्र को नॉर्थ-ईस्ट दिशा में स्थापित करना चाहिए।
  • श्री कुबेर यंत्र को नॉर्थ या ईस्ट डायरेक्शन में स्थापित करना चाहिए।
  • श्री व्यापार वृद्धि यंत्र को ईस्ट या नॉर्थ-ईस्ट दिशा में रखना चाहिए।
  • दुर्गा बीसा यंत्र को नॉर्थ या नॉर्थ-ईस्ट डायरेक्शन में साउथ या साउथ-ईस्ट फेसिंग करते हुए रखना चाहिए। इस यंत्र को सदैव किसी ऊंचे स्थान पर रखना चाहिए।
  • पंचमुखी हनुमान यंत्र को नॉर्थ या नॉर्थ-ईस्ट डायरेक्शन में साउथ की ओर फेसिंग करते हुए स्थापित करना चाहिए।

कौन सा यंत्र आपके घर या कार्यालय के लिए उपयुक्त होगा? विशेषज्ञों से बात करें!


क्या आपको भी एक वास्तु यंत्र की आवश्यकता है? (Do You Need A Vastu Yantra?)

अपने घर अथवा ऑफिस में वास्तु दोषों को दूर करने तथा सभी प्रकार की नेगेटिव एनर्जी और फीलिंग्स को दूर करने के लिए वास्तुदोष नाशक यंत्रों का प्रयोग करना हमेशा सही रहता है। संभव है कि आपको इसकी जरूरत अनुभव नहीं होती हो परन्तु इन यंत्रों के प्रभाव तथा महत्व को अन्य बहुत से लोगों ने स्वयं परखा और अनुभव किया है। इसके साथ ही इन यंत्रों के किसी भी प्रकार के नेगेटिव इफेक्ट्स नहीं हैं।

जीवन में पॉजिटिविटी, स्वास्थ्य तथा समृद्धि पाने के लिए आपको किसी एक्सपर्ट की राय लेकर ही इन यंत्रों को स्थापित करना चाहिए। आप इन वास्तु यंत्रों को ऑनलाइन भी खरीद सकते है परन्तु यह जांच लेना बढ़िया होगा कि आप ऑनलाइन जिन यंत्रों को खरीद रहे हैं, वे पूरे विधि-विधान से तैयार किए गए हों। इसके साथ ही उन्हें बेचने वाला सेलर भी ऑथेन्टिक तथा विश्वसनीय होना चाहिए। इन सभी के अलावा इन यंत्रों को घर में स्थापित करते समय आपको एक्सपर्ट्स के बताए अनुसार कर्मकांड करना चाहिए ताकि आपको इन यंत्रों को पूरा लाभ मिल सके।



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