वृश्चिक और तुला अनुकूलता
किन्हीं भी दो व्यक्तियों के बीच अनुकूलता को जानने से पहले इसके सिद्धांत को समझना होगा। दरअसल ज्योतिष में राशिचक्र की सभी राशियां किसी ना किसी तत्व का प्रतिनिधित्व करती है। ये तत्व अग्नि, पृथ्वी, वायु और जल है। इन्हीं तत्वों के आधार पर किसी व्यक्ति का व्यवहार बनता है। ऋग्वेद में उल्लेखित वैदिक ज्योतिष शास्त्र और उसके कई भागों के अनुसार मनुष्यों के स्वभाव, आचार, विचार और आचरण पर राशियों का गहरा प्रभाव पड़ता है। वैदिक ज्योतिष में राशियों को आधार बनाकर दो लोगों, खासकर महिला और पुरुषों के बीच की अनुकूलता का अंदाजा लगाया जाता है। वैदिक ज्योतिष के इन्हीं सिद्धांतों का पालन कर हमारे अनुभवी ज्योतिषियों की टीम ने वृश्चिक और तुला राशि की जोड़ी का संबंध और अनुकूलता को लेकर आकलन किया है।
वृश्चिक
24 Oct - 22 Nov
तुला
23 Sep - 23 Oct
डिटरमाइंड
काॅन्फिडेंस
चुंबकत्व
स्ट्राॅन्ग एटीट्यूड
डिप्लोमेटिक
करेजियस
डिप्लोमेटिक
सतर्क
अट्रेक्टिव
बैलेंस्ड
फास्ट
स्मार्ट
वृश्चिक – तुला लव कंपेेटेबिलिटी
वृश्चिक और तुला राशिचक्र की पड़ोसी राशियां हैं और वे कंपेटिबिलिटी के लेवल पर एक दूसरे से बेहद संतुष्ट हो सकते हैं। प्रेम संबंधों को लेकर वृश्चिक और तुला के बीच प्रेम संबंधों के लिए भी काफी संभावनाएं होती हैं।
- वृश्चिक तुला लव और रिलेशन के लिए एक समान लालसा रखते हैं और एक बार कमिटमेंट में आने के बार अपने साथी के प्रति लाॅयल रहते हैं।
- उनकी आपसी समझ और एक-दूसरे के प्रति उनका सम्मान उन्हें एक दूसरे के साथ इमोशनली कनेक्ट करने में मदद करता है।
- वृश्चिक और तुला एक साथ आने पर वे बेहद शानदार प्रेमी संबंधों का निर्माण करते हैं। उनके पास एक – दूसरे से सीखने के लिए बहुत कुछ होता है।
- बेशक हर रिश्ते की तरह वृश्चिक और तुला के संबंधों में भी कुछ विपरीत परिस्थितियां दिखाई देती हैं। तुला का लापरवाह रवैया वृश्चिक को परेशान कर सकता है।
वृश्चिक – तुला संबंधों की अनुकूलता
वृश्चिक – तुला राशियों के बीच साझा किए जाने वाला संबंध काफी आकर्षक और दिलचस्प हो सकता है क्योंकि वे लगभग हर चीज में एक-दूसरे के परिपूरक हो सकते हैं। आइए इनके संबंधों के बारे में कुछ अधिक जानें।
- वृश्चिक के स्वामी एग्रेसिव मंगल हैं, वहीं तुला को रोमांटिक शुक्र द्वारा शासित किया जाता है। ज्योतिष में मंगल को पौरुष के प्रतीक और शुक्र को स्त्री सूचक ग्रह के रूप में देखा जाता है, इसलिए इनके बीच आकर्षण स्वभाविक होगा।
- तुला अपने वृश्चिक पार्टनर की मिस्टीरियस आभा से रोमांचित होते हैं। इसी तरह तुला – वृश्चिक की ओर आकर्षण महसूस करेंगे।
- उन दोनों में रोमांस और स्नेह की इच्छा होती है, जो उनके जीवन की रिक्तता को भर सकता है। वृश्चिक और तुला दोनों ही सपोर्ट और स्ट्रेंथ के लिए एक दूसरे को देख सकते हैं।
- वृश्चिक और तुला के साथ आने पर वे अधिक सेफ, काॅन्फिडेंट और इंस्पायरिंग महसूस करेंगे और एक साथ आने पर वे जीवन से कुछ अधिक की उम्मीद कर सकते हैं।
- इनका कमिटमेंट इनके रिश्तों को आगे बढ़ने में बहुत हेल्प करता है। यही कारण है कि वे साथ आने पर एक मैच्योर जोड़ी का निर्माण करते हैं।
वृश्चिक – तुला संबंधों के नुकसान
वृश्चिक और तुला के बीच समानताएं तो नजर आती है, लेकिन उनके बीच आपसी तालमेल की कमी भी हो सकती है। इन दोनों राशियों के स्वभाव भी अलग – अलग होते हैं, जो उनके संबंधों में चुनौतियों का कारण बन सकते हैं। आइए उन चुनौतियों को विस्तार से समझें।
- तुला को चेंज और नयापन पसंद होता है, वहीं वृश्चिक थोड़े ट्रेडिशनल और रूढ़िवादी होते हैं। इससे उनके रिश्तों में तालमेल नहीं बन पाता है।
- तुला फनी होते हैं, और उनके पास एक बड़ा सोशल नेटवर्क होता है, इसके कारण कई बार वृश्चिक को अकेलेपन का अनुभव हो सकता है।
- उन दोनों के पास अलग – अलग सोशल परसेप्शन होते हैं, इसलिए उन्हें एक जोड़े के रूप में खुद को स्थापित करने के लिए बहुत से समझौते करने पड़ सकते हैं।